जौहर विश्वविद्यालय की जमीन सरकार ने हथिया कर, आजम खॉ, को जेल भेज दिया गया
लखनऊ। सपा के कद्दावर मुस्लिम नेता और पूर्ववर्ती सपा सरकार में बड़ा कद रखने वाले आॅजम खां बहुत परेशान हैं। बीते डेढ़ साल से जेल में हैं और कुछ माह पूर्व कोरोना की दूसरी लहर में कोरोना संक्रमित होने के बाद से लखनऊ के मेदांता हास्पिटल में भर्ती किये गए थे, ठीक होने के बाद दूबारा भर्ती हुये थे। आज शुक्रवार को पूर्णतया स्वस्थ्य होने के बाद वापर सीतापुर जेल भेज दिया गया है।
मेदांता हास्पिटल के निदेशक डॉ.राकेश कपूर ने बताया कि संसद सदस्य ,72 वर्षीय आजम खां को लांग कोविड सिंड्रोम आॅर सांस की तकलीफ की वजह से गंभीर हालत में मेदांता हास्पिटल में भर्ती कराया गया था। लंबे समय तक आईसीयू में भर्ती रहें थे, मामूली सुधार के बाद वापस उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया था। मगर पुन: तकलीफ बढ़ने पर उन्हें पुन: अस्पताल में भर्ती किया गया था। आज वह ठीक हो चुके हैं, शारीरिक कमजोरी भी खत्म हो चुकी है। बीते सप्ताह कोविड वैक्सीन स्पूतनिक की पहली डोज भी दी जा चुकी है। सुधार को देखकर, इलाज करने वाली विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम ने उन्हें डिस्चार्ज कर दिया, आज दोपहर 1.30 बजे उन्हें सीतापुर जेल के रक्षकों के संरक्षण में सीतापुर जेल ले जाया गया है।
ज्ञात हो कि रामपुर आजम खां, का गढ़ है पूर्व सपा सरकार में आजम खां ने, बड़ी जमीन पर जौहर विश्वविद्यालय की स्थापना की थी। जिसका कुलाधिपति का पद खुद के पास संरक्षित कर रखा था। प्रदेश की सरकार बदलते ही, जौहर विश्वविद्यालय के दुर्दिन आ गए और एक -एक विकास कार्य की जांच शुरु हो गई। किसानों की जमीन जबरदस्ती हड़पने से लेकर परिसर में बनी सड़क व लाइटों की भी जांचे हुई। अनियमित्ताओं के मिलते रहने से अदालत में जौहर विश्वविद्यालय संबन्धित मामले तेजी से बढ़ने लगे। वर्तमान में आजीवन वायस चांसलर का पद भी छिन चुका है और न्यायलय के निर्णय के बाद, जौहर विश्वविद्यालय में अधिग्रहीत सरकारी भूमि भी, सरकार ने पुन: अपने कब्जे में कर ली है।