लखनऊ पहुंचे केजरीवाल की जमानत मंजूर, 2014 में चुनावी दौरे के दौरान दर्ज हुए थे मुकदमे
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल यूपी की राजधानी लखनऊ पहुंचे हैं. एयरपोर्ट पर पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया इसके बाद वे एयरपोर्ट से ही सुलतानपुर निकल गए.
केजरीवाल पर दर्ज हैं मुक़दमे
सीएम अरविंद केजरीवाल की एमपी एमएलए कोर्ट में पेशी है. केजरीवाल के खिलाफ अमेठी व गौरीगंज में 2014 में चुनावी दौरे के दौरान दर्ज मुकदमे की सुनवाई चल रही है. इन्होंने स्वेच्छा से उपस्थित होकर जमानत की अर्जी दी थी जिसे स्वीकार कर लिया गया है. CM अरविंद केजरीवाल की जमानत को कोर्ट ने मंजूर कर लिया है. इसके बाद जमानतनामा दाखिल करने की प्रक्रिया चली.
जमानत मंजूर लेकिन आरोपों से मुक्त होने की अर्जी खारिज
इसके बाद केजरीवाल को आरोपों से मुक्त करने को लेकर तकरीबन एक घंटे तक बहस हुई. लेकिन कोर्ट ने केजरीवाल का जमानत नामा तो मंजूर कर लिया मगर आरोपों से मुक्त होने की अर्जी को खारिज कर दिया है. आरोप के आधार पर साक्ष्यों पर सुनवाई अब तीन नवंबर को होगी. वहीं कोर्ट में हाजिर होने के बाद केजरीवाल का अयोध्या जाने का प्लान कैंसिल हो गया है.
अयोध्या जाने का था प्लान
आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह ने बताया था कि केजरीवाल अमौसी एयरपोर्ट पहुंचे हैं. दिन में वे लखनऊ में कार्यकर्ताओं से मिलेंगे. शाम को वे अयोध्या जाएंगे और सरयू नदी के घाट पर होने वाली आरती में शामिल होंगे. अयोध्या में रात्रि विश्राम के बाद वे मंगलवार को हनुमानगढ़ी जाएंगे और उसके बाद रामलला के दर्शन करेंगे.
उत्तर प्रदेश में भी चुनावी वायदे करने की तैयारी
लेकिन अब लोनिवि निरीक्षण भवन होने के बाद लखनऊ होकर दिल्ली के लिए रवान हो जाएंगे. आप के जिलाध्यक्ष व पूर्व मंत्री संदीप शुक्ला ने बताया कि सीएम केजरीवाल का पहले अयोध्या जाने का कार्यक्रम था, लेकिन वह अब दिल्ली वापस जाएंगे. बतादें कि उत्तराखंड और गोवा की तरह वो उत्तर प्रदेश में भी चुनावी वायदे करने की तैयारी में हैं. अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में रामराज्य लाने की बात कही है. इसके लिए उन्होंने दस बिंदुओं का जिक्र किया है, जिसे पाने की कोशिश आप सरकार करेंगे. इसमें ये निम्न हैं-
- कोई भूखा न सोए
- हर बच्चे को अच्छी शिक्षा
- सबसे अच्छा इलाज
- किसी के घर मे अंधेरा न हो
- सबको पानी मिले
- रोजगार सबके पास हो
- सबको मकान मिले
- महिलाओं की सुरक्षा
- बुजर्गों को सम्मान
- सभी बराबर