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विश्व हृदय दिवस: क्या आपको पता है दिल आपसे क्या कहता है ? दिल को क्या चाहिए ? जानें हार्ट से जुड़ी बातें-

आज वर्ल्ड हार्ट डे है और इस मौके पर हम आपको अपने दिल को कैसे मजबूत रखें इस बारे में कुछ रोचक तथ्य और महत्वपूर्ण जानकारी और क्या सावधानियां बरतनी चाहिए इस पर बुधवार को वेबिनार में चर्चा हुई. तो आइये जानते है कि कैसे संभाले अपना दिल ?

क्या हम दिल का ख़याल रखते हैं ?

दिल शरीर में रक्त पहुंचाता है. इसी से शरीर को ऑक्सीजन और पोषक तत्त्व मिलते हैं. हृदय शरीर से हानिकारक तत्त्वों को भी बाहर निकालता है. जब दिल हमारे लिए इतना सबकुछ कर रहा है तो हम उसका थोड़ा ख्याल तो रख ही सकते हैं. वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन के मुताबिक, विश्व में 1.86 करोड़ लोग हर वर्ष हृदय संबंधी तकलीफों से जान गंवाते हैं. इतना ही नहीं हृदय रोग से करीब 52 करोड़ लोग ग्रसित हैं.

दिल टूटना एक बीमारी है

लोग कहते हैं आज मेरा दिल टूट गया. दरअसल दिल का टूटना मज़ाक नहीं है ये एक तरह ही बीमारी है जिसे ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम कहते हैं और ये बिमारी तनाव और डिप्रेशन में रहने वालों में ज्यादा देखी जाती है. तो जो भी ऐसे लोग हैं वो तनाव और डिप्रेशन को दूर करें क्योंकि इससे आप अपने ही दिल को कमजोर कर रहे हैं. तनाव और डिप्रेशन से दिल का एक हिस्सा कमजोर हो जाता है.

महिला और पुरुष के दिल में अंतर

महिलाओं का दिल पुरुषों के मुकाबले ज्यादा मेहनत करता है, क्योंकि ये ज्यादा धड़कता है. पुरुषो की हार्ट रेट 70 बीट प्रति मिनट होती है और महिलाओं की हार्ट रेट 78 बीट प्रति मिनट होती है. हमारे शरीर में दिल का वज़न 450 ग्राम होता है लेकिन महिलाओं के मुकाबले पुरुषों का दिल ज्यादा भारी होता है. दिल को खुश रखने के लिए आपको भी मुस्कुराना होगा. हसने से तनाव घटता है और इम्यून सिस्टम मज़बूत होता है.

डेरी प्रोडक्ट हो सकते हैं बेहतर

डेरी प्रोडक्ट हमारी हेल्दी डाडट का हिस्सा होना चाहिए. इसमें आपको एक बात ध्यान रखने की जरूर होगी. ऐसे प्रोडक्ट लेने से बचना चाहिए जिनमें शुगर कंटेंट ज्यादा हो. कुछ डेरी प्रोडक्ट खास तौर पर खमीरयुक्त प्रोडक्ट हमारे दिल के लिए काफी अच्छे होते हैं. डेरी प्रोडक्ट आपके लिए कितने फायदेमंद हो सकते हैं ये इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस तरह के प्रोडक्ट चुनते हैं. उदाहरण के तौर पर पनीर, दूध, मक्खन और yoghurt जैसे उत्पाद हमारे लिए अच्छे हैं.

पांच में से एक मौत का कारण कार्डियो वैस्कुलर डिजीज

आज के दौर में नई तरह की बिमारियों और हमारी खराब दिनचर्या के कारण सेहत पर खराब असर पड़ रहा है, जिससे हृदय को भी काफी नुकसान पहुंचता है. ऐसे में हृदय को स्वस्थ बनाए रखने के लिए विश्व हृदय दिवस मनाया जाता है. डब्ल्यूएचओ के अनुसार, पांच में से एक मौत का कारण कार्डियो वैस्कुलर डिजीज (सीवीडी) या स्ट्रोक है. इसमें से एक तिहाई मौतें असामयिक होती हैं. अधिकतर मृतकों की उम्र 70 वर्ष से कम होती हैं.

क्या दिख रहे लक्षण

डॉ संतोष यादव

डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी अस्पताल के कार्डियोलोजिस्ट डॉ. संतोष यादव में एक वेबिनार में बताया कि प्रत्येक व्यक्ति को सुबह के समय अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए कम से कम 30 मिनट की एक्सरसाइज करनी चाहिए वहीं तेल और फैट युक्त खाद्य पदार्थों से दूरी बनानी चाहिए.

दिनचर्या बिगड़ने से बढ़ रहे ह्रदय रोगी

सिविल के ही अन्य वरिष्ठ ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉ. राजेश श्रीवास्तव बताते हैं कि इस समय जो मरीज आ रहे हैं उनमें हृदय का प्रति मिनट 120 से 150 बार धड़कना, 15 से 20 दिन में छाती में दर्द, पसीना आना, सांस फूलना और बेचैनी की परेशानी मिली हैं. ऐसा किस लिए है जब इसका पता लगाया गया तो पता चला कि मोटापा और सोने-जागने का ढर्रा बिगड़ा हुआ था. इसके साथ ही कार्य का दबाव, मनमाफिक नौकरी-वेतन न मिलना, अच्छे भविष्य को लेकर तनावग्रस्त भी मिले. कोरोना महामारी के बाद ऐसे मरीज डेढ़ गुना तक बढ़े हैं.

दिल को फिट रखने के लिए डॉक्टरों ने दिए मंत्र

डॉक्टरों ने बताया कि पुराने मित्रों से मिलने का समय निकालें, यादों को ताजा कर खूब खिलखिलाएं, सब्जी समेत अन्य कार्य को तीन से पांच किमी की दूरी के लिए साइकिल उपयोग करें, इमारत पर चढ़ने के लिए लिफ्ट के बजाय सीढ़ियों पर चढ़कर जाएं, कार्यस्थल पर खुशनुमा माहौल बनाएं, लगातार कार्य के बीच कुछ मिनट टहलें, 30 मिनट तक रोजाना तेज गति से चलें, क्षमता के आधार पर रस्सी कूदें, पार्क न जा सकें तो छत पर ही योग करें, ध्यान लगाएं, फल, सलाद, हरी सब्जी समेत पौष्टिक भोजन लें, फास्ट फूड, धूम्रपान से बचें, रात में जल्दी सोने की आदत डालें, मोबाइल, लैपटोप, कंप्यूटर और टीवी पर ज्यादा समय न बिताएं.

इनका रखें ख्याल:

रक्तचाप: 120/80, कोलेस्ट्रोल: 200 एमजी/डीजी से कम, बेड कोलेस्ट्रोल: 100 एमजी/डीजी से कम, गुड कोलेस्ट्रोल: 50 एमजी/डीजी से कम, ग्लूकोज का स्तर खाली पेट: 100 एमजी/डीजी से कम, बीएमआई: 25 केजी/एम होना चाहिए.

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