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गंभीर मरीजों का जीवन बचाने में सफल हो रही एएलएस एंबुलेंस

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  • तीन साल में 3.60 लाख मरीजों को बड़े संस्थानों में किया शिफ्ट

राज्य ब्यूरो,लखनऊ। यो। वर्ष 2021 से चलने वाली एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस (एएलएस) से अब तक साढ़े तीन लाख से अधिक मरीजों को गोल्डेन ऑवर में बड़े संस्थानों में शिफ्ट कर उनकी जान बचायी जा चुकी है। शिफ्ट होने वालों में अति गंभीर, रेस्पिरेटरी मरीज और एक्सीडेंट से प्रभावित पेशेंट्स भी हैं।

                            राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन(एनएचएम) की मिशन निदेशक डॉ. पिंकी जोवल ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न जिलों 250 एएलएस एंबुलेंस सेवा के जरिये छोटे जिले और सुदूर इलाकों के अति गंभीर मरीजों को उच्च चिकित्सा संस्थानों में पहुंचाया जा रहा है। पिछले तीन साल में ऐसे 3,60,584 मरीजों को एसजीपीजीआई, एम्स, केजीएमयू और लोहिया आदि संस्थानों में इलाज के लिए शिफ्ट कर इलाज मुहैया कराया गया। 

रेस्पिरेटरी के 71,238 मरीजों को मिली सुविधा
एएलएस एंबुलेंस सेवा के जरिये व्हीकल एक्सीडेंट के 63,448 गंभीर पीड़ितों, 17,218 गर्भवती महिलाओं और रेस्पिरेटरी के 71,238 मरीजों को सुविधा उपलब्ध करायी गयी। साथ ही वन्य जीव संघर्ष में घायल, विषैले जीव- जन्तु के काटने से जहर से प्रभावित समेत आदि को भी सुविधा का लाभ दिया गया। वहीं, 108 और 102 एंबुलेंस सेवा के जरिये भी मरीजों को निःशुल्क एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध है। इन दोनों एंबुलेंस सेवा के जरिये रोजाना 57 हजार से अधिक मरीजों को लाभ उपलब्ध कराया जा रहा है।

ये हैं एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस के फायदे

  • एएलएस एंबुलेंस आधुनिक चिकित्सा उपकरण से लैस होती है।
  • अति गंभीर मरीज की देखरेख के लिए अनुभवी पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती होती है।
  • टेलीमेडिसिन के जरिये आवश्यकता पड़ने पर ऑनलाइन डॉक्टर्स से कंसल्टेशन की सुविधा से होती है लेस
  • वेंटीलेटर की सुविधा से लैस होती है, हार्ट माॅनिटर और पंप भी रहता है मौजूद
  • ईसीजी समेत अन्य आधुनिक उपकरण से लैस है एएलएस

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