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दोपहर में खाना खाते ही आती है नींद, जानें झपकी आपके लिए कितनी फायदेमंद? लेकिन पेट के बल सोने वाले रहें सतर्क

नींद, जब ज्यादा आए तब समस्या और जब कम आए तब बीमारी. अच्छी सेहत के लिए डॉक्टर 7 से 8 घंटे की नींद लेने की सलाह देते हैं. इतने घंटों की नींद लेने के बाद भी दोपहर में नींद आ रही है तब अलर्ट होने की जरूरत है. गर्मी की दोपहर में स्थिति बुरी हो जाती है. जैसे ही आपने खाना खाया 15 से 20 मिनट बाद नींद आनी शुरू हो जाती है. घर पर तो आप झपकी ले सकते हैं, लेकिन ऑफिस जाने वालों का क्या? ऐसे में ऑफिस में लोग कभी चाय-कॉफी से तो कभी वॉक कर नींद भगाने की कोशिश करते हैं.

हमें रात में 8 घंटे की नींद लेना जरूरी है. अमेरिका के वर्जीनिया में स्थित आर्लिंगटन की चैरिटी नेशनल स्लीप फाउंडेशन का कहना है कि लाइफ स्टाइल और उम्र से समझ सकते हैं कि किसी व्यक्ति को नींद की कितनी जरूरत है. अगर कोई 6 घंटे से कम नींद ले रहा है तो इससे शरीर धीरे-धीरे बीमार हो सकता है. उन्हें कई बीमरियों का खतरा हो सकता है; जैसे- डायबिटीज, हाई बीपी, हार्ट अटैक, स्ट्रोक, कैंसर.

कुछ अपवादों को छोड़कर जैसे आप कोई दवा खा रहे हों, डॉक्टर ने आपको सोने की सलाह दी हो, रात में ट्रैवल करके आएं हो, नींद किसी वजह से पूरी न हुई हो, तो आप सो सकते हैं. एक हेल्दी व्यक्ति के लिए दोपहर में 15-20 मिनट की नींद यानी झपकी लेना अच्छा होता है. इससे ज्यादा नींद लेना अनहेल्दी हो सकता है.

दोपहर खाने के बाद नींद आने के कई कारण हो सकते है. जैसे- जब भी आप खाना खाते हैं वो आपके गट में जाता है. ब्लड भी डाइजेशन के लिए गट में जाता है, इस प्रोसेस की वजह से आलस आता है. लंच टाइम तक ज्यादातर लोग कुछ घंटे काम कर चुके होते हैं. उसकी वजह से मन करता है कि थोड़ा आराम कर लें. रात में नींद पूरी नही होती तो आपको दिन में सुस्ती लगेगी और नींद आएगी. रिसर्च कहती है कि 60% लोग रात में अच्छी नींद नहीं ले पा रहे हैं. इस वजह से वो दिन में सो रहे हैं या दोपहर में खाना खाने के बाद नींद आने की वजह ऑयली और भारी फूड हो सकता है.

असल में पैंक्रियाज यानी अग्नाशय ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए इंसुलिन का प्रोडक्शन करता है. ऐसे में खाना जितना भारी होगा, इंसुलिन का प्रोडक्शन उतना ही ज्यादा होगा, जिससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है. इंसुलिन स्लीप हार्मोन को बनाता है. इससे दिमाग में सेरोटोनिन और मेलाटोनिन चेंज होता है, जिसकी वजह से नींद आने लगती है.

हालांकि दोपहर में झपकी आना हेल्दी भी होता है. ये हेल्थ के लिए अच्छा होता है. झपकी को पावर नैप माना जाता है. इसमें 15-20 मिनट तक सो सकते हैं. ये जापान में पॉपुलर है. इसकी वजह से एनर्जी वापस से मिलती है और अपने काम में दोगुने उत्साह के साथ जुड़ जाते हैं. लेकिन सिर्फ 15 से 20 मिनट तक. अगर इसी नैप की टाइमिंग को 20 मिनट से बढ़ाकर 1 घंटा कर लेते हैं तो इसके अपोजिट इफेक्ट्स पड़ने लगते हैं. दिमाग रेस्टिंग पोजिशन में चला जाता है, जिससे ब्रेन का कॉन्सन्ट्रेशन और फोकस कम हो जाता है. वहीं जब आप दोपहर का खाना खाकर तुंरत सोने चले जाते हैं इससे कई बीमारियां आपको हो सकती हैं.

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