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इलाज के साथ ही वाहनों की पार्किंग व्यवस्था भी संभालेगें केजीएमयू के चिकित्सक


लखनऊ। शहर की तहर केजीएमयू परिसर में भी लोग बेतरतीब वाहन नही खड़े कर पायेंगे। क्योंकि यहां के शिक्षक इलाज के साथ ही मरीजों के वाहनों की पार्किंग व्यवस्था भी देखेंगे। नये नियमों के तहत परिसर को छह जोन में बाटा गया है, निर्धारित र्पाकिंग से अलग परिसर में वाहन खड़ा मिलने पर केजीएमयू सुरक्षा कर्मी द्वारा तुरन्त पहियो में जैमर लगा दिया जायेगा। इसके बाद जुर्माना अदा करने के बाद ही वाहन मुक्त हो सकेगा। यह निर्देश प्राक्टर प्रो.क्षितिज श्रीवास्तव द्वारा जारी किये गये हैं।

परिसर मे वाहन खड़ा करने पर होगा चालान

केजीएमयू में प्रतिदिन 10 हजार से ज्यादा लोगों का आना प्रतिदिन होता है। हजारो लोग ओपीडी में इलाज कराने आते हैं, उस दौरान परिसर में वाहन पार्किंग के अलावा पूरे परिसर में विभागों के सामने व रास्तों में इधर-उधर खडेÞ रहते हैं। जिसकी वजह से परिसर में सामान्य रूप से किसी का आवागमन सुलभ नही रहता है। उक्त समस्या के समाधान में प्राक्टर प्रो.क्षितिज श्रीवास्तव ने, पार्किंग व्यवस्था को सुदÞढ करने के लिए पूरे केजीएमयू परिसर को छह जोन में बाटकर, नये नियम लागू किये गये हैं। ओपीडी, पीआरओ आॅफिस व पुलिस चौकी के आसपास के क्षेत्र को जोन टू घोषित करते हुए, यहां की जिम्मेदारी चार चिकित्सकों को सौपी गई हैं। इसके अलावा प्रत्येक जोन में तीन-तीन चिकित्सकों को जिम्मेदारी दी गई है। जिम्मेदारी के साथ ही चिकित्सकों के पास नो पार्किंग जोन में खड़े वाहन का जुर्माना भी वसूलने का अधिकार दिया गया है। जुर्माना जमा होने के बाद ही वाहन अमुक्त किया जायेगा। प्राक्टर कार्यालय से जारी आदेश के साथ ही केजीएमयू के समस्त शिक्षक, चिकित्सक, रेजीडेंट्स,छात्रों व कर्मचारियों को भी निर्देशित किया गया है कि वाहन में सुरक्षा कर्मी द्वारा जैमर लगाने या पार्किंग का विरोध करने पर,उसके साथ अभद्रता न करें। वाहन अवमुक्त कराने के लिए संबन्धित जिम्मेदार प्रभारी चिकित्सकों से संपर्क करके समाधान करें।

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