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कभी ये मेरी कुर्सी थी, अब आप बैठिए, मैं राष्ट्रपति बन गया हूं: US प्रेसिडेंट

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका की यात्रा पर हैं और शनिवार को वे न्यूयॉर्क पहुंचे. यहां वे संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें अधिवेशन को संबोधित करेंगे. इस दौरान PM मोदी ने भारतीय-अमेरिकियों से भी मुलाकात की.

वंदे मातरम और भारत माता की जय के नारे लगे

बड़ी संख्या में भारतीय-अमेरिकी होटल के बाहर इकट्ठा हैं. PM मोदी से मिलकर ये लोग बहुत उत्साहित हैं. मोदी ने हाथ हिलाकर सबका अभिवादन स्वीकार किया. उनके साथ सुरक्षाकर्मी भी मौजूद हैं. यहां लोगों ने वंदे मातरम और भारत माता की जय के नारे लगाए हैं. इससे पहले शुक्रवार रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात हुई. इसमें द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा के साथ ही बाइडेन और मोदी की शानदार बॉन्डिंग दिखी और थोड़ा हंसी-मजाक भी हुआ.

पीएम मोदी ने धन्यवाद दिया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कार से उतरकर व्हाइट हाउस में दाखिल हुए, जहां अमेरिकी राष्ट्रपति उनका स्वागत करने के लिए इंतजार कर रहे थे. इस दौरान बाइडेन ने याद दिलाया कि 2006 में उन्होंने कहा था कि 2020 तक भारत और अमेरिका दुनिया के करीबी देशों में शुमार होंगे. इसका सबूत दोनों देशों के नेताओं की गर्मजोशी से हुई मुलाकात में देखने को भी मिला. पीएम मोदी ने कहा कि मेरा और मेरे प्रतिनिधिमंडल के गर्मजोशी से स्वागत करने के लिए मैं आपको धन्यवाद देता हूं.

जब बाइडेन ने किया मज़ाक

करीब एक घंटे चली इस मुलाकात का भारतीय-अमेरिकियों को बेसब्री से इंतजार था. कोविड के चलते इस बार प्रधानमंत्री का कोई सार्वजनिक कार्यक्रम या पब्लिक गैदरिंग नहीं थी. इसके बावजूद भारतीय मूल के सैकड़ों लोग व्हाइट हाउस के बाहर जुटे थे. जो बाइडेन पीएम मोदी के कंधे पर हाथ रखकर उन्हें कुर्सी तक ले गए और कुर्सी ऑफर करते हुए हंसी-हंसी में ये कहा कि ये मेरी उस समय की कुर्सी है, जिस पर उपराष्ट्रपति के तौर पर बैठता था. अब आप बैठिए मैं राष्ट्रपति बन गया हूं. वहीं, पीएम मोदी ने कहा कि मुझे इस सम्मान पर गर्व है. जवाब में बाइडेन ने भी कहा मुझे भी गर्व है. बाइडेन ने मजाक में कहा कि मुंबई में उनके रिश्तेदार हैं. फिर तुरंत बताया कि उन्हें मुंबई से एक व्यक्ति का खत मिला था, जिसका नाम बाइडेन था.

आज पीएम मोदी संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें अधिवेशन को संबोधित करेंगे. UNGA में संबोधन के लिए हर नेता को 15 मिनट अलॉट होते हैं. सभी देशों के प्रतिनिधि को समय सीमा का खास ध्‍यान रखना होता है. 15 मिनट में ही अपनी बात ख़त्म करके दूसरे को मौका दिया जाता है.

दोनों देशों के संबंधों में मधुरता कायम रहेगी

विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका के व्‍हाइट हाउस में दोनों नेताओं की मुलाकात जिस गर्मजोशी से हुई है और जिन विषयों पर हुई है, उससे ये साबित होता है कि दोनों देशों के संबंधों में मधुरता कायम रहेगी. पूर्व राष्‍ट्रपति ट्रंप की तरह बाइडन भी भारत में अनुच्छेद 370 हटाने, पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवादी गतिविधियां, चीन के मामले में और सुरक्षा जैसे कई मुद्दों पर भारत के साथ खड़े रहेंगे. बाइडन अपनी न‍ीतियों से ये लगातार संकेत दे रहे हैं कि चीन के खिलाफ अमेरिका भारत के साथ खड़ा है.

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