भाजपा चुनाव एजेंडा बदलना चाहती है: अखिलेश यादव
लखनऊ। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा चुनाव का एजेंडा बदलना चाहती है। भाजपा को लोकतंत्र, संविधान और समाजवाद इन तीनों से परहेज है। महात्मा गांधी, अंत्योदय के हिमायती थे भाजपा गरीबों के विरूद्ध साजिश रचती है। उसका पूरा रवैया नकारात्मक सोच से भरा है। भाजपा को सामाजिक मूल्यों, स्वतंत्रता संघर्ष और उसके प्रतीकों सभी से एलर्जी है और उसे सिर्फ और सिर्फ सत्ता की भूख है। सत्ता पाने के लिए वह किसी स्तर तक जा सकती है।
हालात तो बद से बदतर होते जा रहें हैं
भाजपा राज में समाज का हर वर्ग दुश्वारियां झेल रहा है। किसान नौजवान के हालात तो बद से बदतर होते जा रहें हैं। जनसामान्य और महिलाएं असुरक्षाग्रस्त हैं। सिर्फ सत्ता संरक्षित अपराधी बेखौफ हैं। उनका एक मात्र आश्रय स्थल भाजपा है जहां उन्हें हर तरह की सुरक्षा एवं सम्मान प्राप्त है। खुद सत्तारूढ़ भाजपा में अपराधिक छवि के प्रत्याशियों का शतक पूरा होने में बस एक की कमी रह गई है। अब तक भाजपा द्वारा अपराधी छवि के 99 उम्मीदवारों को टिकट बांटे जा चुके हैं।
महंगाई ने लोगों की कमरतोड़ दी है
श्री यादव ने कहा कि भाजपा राज में जनहित के सभी मुद्दों से दूरी रखी जा रही है। महंगाई ने लोगों की कमरतोड़ दी है। भ्रष्टाचार का बोलबाला है। नौजवानों को नौकरी की मांग पर लाठियां मिलती है। श्री यादव ने कहा कि किसान की दशा तो और भी खराब है। उसे न तो फसल की एमएसपी मिलती है नहीं उसकी आय दुगनी हुई। कर्जमाफी के नाम पर भी उसको धोखा मिला। नोटबंदी से न भ्रष्टाचार समाप्त हुआ और नहीं कालाधन वापस आया। जनता त्रस्त है। जहां तक कानून व्यवस्था का प्रश्न है, वह पूरी तरह ध्वस्त है। अपराधी सत्ता संरक्षण में बेखौफ है।