अपराधउत्तर प्रदेशटॉप न्यूजलाइफस्टाइलस्वास्थ्य

11 दिन बाद भी अपहृत लोहिया कर्मचारी की तलाश में घर परिवार व कर्मचारियों के पास थाने का चक्कर लगाने के अलावा कुछ नही

अपहृत कर्मचारी की तलाश में लोहिया कर्मचारियों ने कैंडल मार्च निकाला

11 दिन बाद भी अपहृत लोहिया कर्मचारी की तलाश में घर परिवार व कर्मचारियों के पास थाने का चक्कर लगाने के अलावा कुछ नही
लखनऊ। बीते 10 दिनों से अपहृत लोहिया संस्थान के चुतर्थ श्रेणी कर्मचारी श्रीराम यादव का किसी को अता पता नही है। घर-परिवार के साथ ही लोहिया संस्थान के दुखी कर्मचारियों के पास भी पुलिस की सक्रियता देखने के सिवाएं कोई सहारा नही है। लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस है कि कुछ बता पाने में असमर्थ है। दुखी कर्मचारियों ने पुलिस की सक्रियता बढ़ाने व शासन का ध्यानाकर्षण करने के लिए सोमवार को हड़ताल की थी, जिसे अधिकारियों ने समझा बुझा कर साथ ही मरीजों की अहित देखकर कर्मचारियों ने हड़ताल तो स्थगित कर दी थी, मगर अपेक्षित परिणाम न मिलने पर मंगलवार को पुन: संस्थान कर्मचारियों ने साथी कर्मचारी की तलाश जोर करने की अभिलाषा में शाम को परिसर में कैंडल मार्च निकाला।

पुलिस है कि मामूली घटना समझ कर कार्रवाई कर रही है

संस्थान के कर्मचारी नेता अमित शर्मा का कहना है कि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी का अपहरण हुआ है, पुलिस है कि मामूली घटना समझ कर कार्रवाई कर रही है। पुलिस के लिए यह घटना हो सकती है, मगर उक्त कर्मचारी पर और उसके परिवार पर क्या बीत रही होगी, कल्पना करिये। पता नही श्रीराम यादव किस हालत में हो, भूख प्यास से तड़प रहा हो, अपहरण कर्ता कोई गैरकानूनी काम न करा रहे हों, आदि तमाम आशंकाओं के साथ ही जीवन की असुरक्षा को लेकर, दिलों में भय व्याप्त है। उन्होंने कहा कि परिवार सदस्यों का बुरा हाल है, दयनीय आर्थिक स्थिति होने के नाते घर के सदस्यों के सामने तो अंधकारमय वातावरण बना हुआ है। जगह-जगह तलाश में भटक रहें हैं, रूपयों के अभाव में भूखे प्यासे गैर जनपदों तक में तलाश कर रहें परिवार सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस प्रशासन से अपेक्षा है कि तत्वरित गति से सक्रियता बढ़ाएं और अपहरत कर्मचारी को तलाश कर सकुशल घर वापसी कराएं, परिवार आभारी रहेगा।

Related Articles

Back to top button