लोहिया संस्थान में नही होगी, मगर केजीएमयू में होगी 272 रेजिडेंट्स की अस्थाई नियुक्ति
लखनऊ। नीट काउंसलिंग की मांग को लेकर, केजीएमयू में रेजिडेंट्स चिकित्सकों की हड़ताल को खत्म करने और मरीजों को होने वाली दिक्कतों को दूर करने के लिए केजीएमयू प्रशासन समाधान ढूंढ लिया है। केजीएमयू प्रवक्ता डॉ.सुधीर सिंह ने बताया कि रेजिडेंट्स के अभाव में चिकित्सकीय कार्य प्रभावित न हो, इसके लिए केजीएमयू प्रशासन ने निर्णय लिया है कि जबतक नीट की काउंसिलिग नही होती है और नये रेजिडेंट्स ज्वाइन नही होते हैं, तबतक चिकित्सकीय कार्य के लिए 272 नॉन पीजी जे आर की अस्थाई नियुक्ति की जायेगी। यह नियुक्ति काउंसलिंग तक ही मान्य होगी, इसके लिए अगले 4 दिनों में अभयर्थियों से आवेदन मांगे गये हैं।
रेजिडेंट्स सकते में हैं , गेट पर बैठे
हलांकि केजीएमयू के इस दावं से रेजिडेंट्स सकते में हैं, समझ नही पा रहें हैं कि हड़ताल तुरन्त खत्म कर देनी चाहिये या नियुक्ति होने तक जारी रखी जाये। इसी कस मकस में तमाम रेजिडेंट्स धरना स्थल से उठ गए, शाम तक कुछ ही रेजिडेंट्स गेट पर बैठे थे। उम्मीद है कि रविवार को सभी रेजिडेंट्स की बैठक के बाद प्रदर्शन खत्म करने की अधिकारिक घोषणा की जायेगी।
क्यों हुई हड़ताल ?
ज्ञात हो कि नये रेजिडेंट्स न आने की वजह से पुराने रेजिडेंट्स पर वर्क लोड अधिक पड़ गया है, जिसकी वजह से रेजिडेंट्स ने विरोध शुरु कर दिया था, उन्ही की राह पर लोहिया संस्थान में भी रेजिडेंट्स हड़ताल पर जा चुके हैं। मगर प्रशासन ने इस मुद्दे पर कोई प्रतिक्रिया नही दी है ।