CM योगी ने विपक्षियों पर कसा तंज, कहा- सपा, बसपा और कांग्रेस राजनीतिक रोटियां सेंकने में लगे
लखीमपुर हिंसा दिन पर दिन राजनीति का अखाड़ा बनती जा रही है. आगामी चुनाव को देखते हुए सभी पार्टियां इस मुद्दे को अपनी तरह से भुनाने में लगी हुई हैं. इसको देखते हुए सीएम योगी ने भी अपनी चुप्पी तोड़ दी है.
लखीमपुर हादसा दुर्भाग्यपूर्ण है
CM योगी गोरखपुर में दो दिवसीय दौरे पर हैं. आज उन्होंने योगीराज बाबा गंभीर नाथ प्रेक्षागृह में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि लखीमपुर हादसा दुर्भाग्यपूर्ण है लेकिन जिस तरह से वहां जाने के लिए विपक्षी पार्टियों के नेताओं की होड़ लगी है, उससे साफ है कि सिर्फ राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए ये सिर्फ दिखावा है. कोरोना काल में भी कभी नेताओं को एक बार जनता की सेवा के लिए जाना चाहिए था.
छत्तीसगढ़ के कर्वधा में कोई नहीं गया
सरकार की पहली प्राथमिकता होती है शांति और सौहार्द बनाना, सरकार ने वही किया है. सीएम योगी ने कहा कि लखीमपुर का राजनीतिकरण करने वालों को तालिबान का आईना दिखाना चाहिए. देश के अंदर लखीमपुर मुद्दे का राजनीतिकरण कौन कर रहे हैं ? वही जो काबुल में तालिबान का समर्थन कर रहे हैं. कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ के कर्वधा में जो हुआ, क्या वहां कोई गया इनमें से? जिन लोगों को पुलिस ने गोलियों से भूना, क्या कोई उनसे मिलने गया?
सभी विपक्षियों पर कसा तंज
ओवैसी अगर कश्मीर में निशाना बन रहे हिंदुओं और सिक्खों के प्रति भी सहानुभूति व्यक्त कर देते, तो लोग उनको नेता मान लेते. सपा, बसपा और कांग्रेस सभी ब्राह्मण सम्मेलन कर रहे हैं, लेकिन लखीमपुर में दो ब्राह्मण भी मारे गए, क्या इनमें से कोई नेता गया उन पीड़ित ब्राह्मणों के घर? अखिलेश यादव को पढ़ने-लिखने की फुर्सत कहां है, वो तो बड़े बाप के बड़े बेटे हैं. स्वाभाविक रूप से उनकी जिंदगी है और उनकी अपनी कार्य पद्धति है. देश और दुनिया से उन्हें क्या मतलब है?