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मधुमेह अनुवांशिक होने के साथ-साथ हमारी दैनिक दिनचर्या के अव्यवस्थित होने से होती है

विश्व मधुमेह दिवस के अवसर पर आयोजित ‘‘डायबिटिक रेटिनोपैथी‘‘ विषय पर आयोजित जागरूकता कार्यक्रम

लखनऊः उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि मधुमेह अनुवांशिक होने के साथ-साथ हमारी दैनिक दिनचर्या के अव्यवस्थित होने से भी होती है। स्वस्थ मन मस्तिष्क एवं शरीर के लिए हमें अपनी दिनचर्या में योग एवं व्यायाम को अवश्य शामिल करना चाहिए। योग एवं व्यायाम के माध्यम से स्वस्थ शरीर बीमारियों से लड़ने में सक्षम होता है।

खान पान की बदलती शैली, बढ़ता तनाव एवं अव्यवस्थित दिनचर्या मधुमेह के प्रमुख कारक
उप मुख्यमंत्री केजीएमयू में विश्व मधुमेह दिवस के अवसर पर आयोजित ‘‘डायबिटिक रेटिनोपैथी‘‘ विषय पर आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि आज आगे बढ़ने की अंधाधुंध होड़ में हम अपने जीवन में तनाव को बढ़ाते जा रहे हैं और हमारी दिनचर्या भी अव्यवस्थित होती जा रही है। खान पान की बदलती शैली, बढ़ता तनाव एवं अव्यवस्थित दिनचर्या मधुमेह के प्रमुख कारक हैं। हमारे शरीर के विभिन्न अंगों जैसे किडनी, हार्ट, आंख आदि को प्रभावित करता है। इससे बचने के लिए व्यवस्थित जीवन शैली, योग एवं व्यायाम आवश्यक है।

जीवन में तनाव को दूर रखें, दिनचर्या को व्यवस्थित रखें तथा योग एवं व्यायाम को जीवन में अनिवार्य रूप से जगह दें
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत की संस्कृति दुनिया की बेहतरीन संस्कृति है। भारत की संस्कृति योग एवं आयुर्वेद की संस्कृति रही है। आज पाश्चात्य संस्कृति की ललक हमारे जीवन पद्धति को अव्यवस्थित कर रही है। हमारी संस्कृति जीवन को प्रकृति के साथ जोड़कर जीने की कला रही है जो अच्छा स्वास्थ्य एवं स्वस्थ शरीर प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि जीवन में तनाव को दूर रखें, दिनचर्या को व्यवस्थित रखें तथा योग एवं व्यायाम को जीवन में अनिवार्य रूप से जगह दें।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण श्री पार्थसारथी सेन शर्मा, कुलपति केजीएमयू, लेफ्टिनेंट जनरल, बिपिन पुरी सहित अनेक चिकित्सक एवं अन्य गणमान्य उपस्थित थे।

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