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भारत बन रहा दुनिया का सबसे बड़ा चिप डिजाइन केंद्र

सहस्र सेमीकंडक्टर्स ने शुरू की चिप मैन्युफैक्चरिंग, माइक्रोन को पीछे छोड़ पहली चिप मैन्युफैक्चरिंग कंपनी बनी, टाटा ग्रुप बनाएगा आईफोन

दिल्ली । अमेरिका की दिग्गज चिप निर्माता कंपनी एएमडी भारत में दुनिया का सबसे बड़ा चिप डिजाइन केंद्र बना रही है। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ट्वीट कर बताया कि बंगलूरू में कंपनी का टेक्नोस्टार सेंटर अब आकार लेने लगा है। इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने बताया कि एएमडी के इस केंद्र से भारत के तीन हजार सेमीकंडक्टर इंजीनियर और शोधकर्ताओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे। एडवांस्ड माइक्रो डिवाइसेज का मुख्यालय कैलिफोर्निया में है।

एएमडी के कार्यकारी उपाध्यक्ष मार्क पेपरमास्टर ने गुजरात में सेमीकॉन इंडिया शिखर सम्मेलन में एलान किया था कि कंपनी बंगलूरू में अपना सबसे बड़ा शोध व विकास केंद्र बनाने जा रही है, जिसके लिए कंपनी आने वाले पांच वर्ष में करीब 3,200 करोड़ रुपये का निवेश करेगी, जिससे करीब 3,000 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा। कंपनी ने पहली साइट नई दिल्ली में शुरू की थी। अब बंगलूरू में 50,000 वर्ग फुट का परिसर बना रही है।

वहीं राजस्थान बेस्ड सहस्र सेमीकंडक्टर्स ने देश में मेमोरी चिप का कमर्शियल प्रोडक्शन शुरू कर दिया है। इसके साथ ही सहस्र सेमीकंडक्टर्स ​​​​​​माइक्रोन को पीछे छोड़ते हुए भारत की पहली चिप मैन्युफैक्चरिंग कंपनी बन गई है। इकोनॉमिक्स टाइम्स के अनुसार, सहस्र सेमीकंडक्टर्स ने इस महीने की शुरुआत में राजस्थान के भिवाड़ी जिले में स्थित अपनी सेमीकंडक्टर असेंबली, टेस्टिंग और पैकेजिंग प्लांट में मैन्युफैक्चरिंग शुरू कर दी है। इसके साथ ही कंपनी अलग-अलग ई-कॉमर्स वेबसाइट पर देश में बने मेमोरी कार्ड की पहली खेप भेज चुकी है।

सहस्र ग्रुप के MD अमृत मनवानी ने कहा, हम भारत में बने माइक्रो एसडी कार्ड बेचने वाली पहली कंपनी बन गए हैं और ई कॉमर्स वेबसाइट पर हमें अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। हम इस साल के लास्ट तक भिवाड़ी यूनिट की कैपेसिटी 30% तक बढ़ाएंगे और 2024 की शुरुआत में अगले फेज में पूरी कैपेसिटी से मैन्युफैक्चरिंग शुरू करेंगे। दूसरे फेज में कंपनी एडवान्स पैकेजिंग प्रोडक्ट बनाना शुरू करेगी।

टाटा ग्रुप भारत में आईफोन बनाएगा। एपल की सप्लायर विस्ट्रॉन की फैक्ट्री के अधिग्रहण की डील फाइनल हो गई। विस्ट्रॉन कॉर्प के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने इसे मंजूरी दी। इस मंजूरी के बाद सूचना एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने बयान भी जारी किया।

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