गोरख धंधा करने वाले तीन ब्लड बैंकों के लाइसेंस निरस्त, 11 के खिलाफ एफआईआर
लखनऊ। राजधानी में खून का गोरखधंधा करने वाले तीन ब्लड बैंकों के लाइसेंस औषधि विभाग ने गुरुवार को निरस्त कर दिये। साथ ही संचालक समेत संबन्धित 11 लोगों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई। लाइसेंस निरस्त होने वाले ब्लड बैंकों में मेसर्स मेडलाईफ चैरिटेबल ब्लड बैंक, नारायणी चैरीटेबल ब्लड सेंटर व मानव चैरिटेबल ब्लड एंड कंपोनेंट सेंटर, पर औषधि निरीक्षक के साथ एसटीएफ ने छापेमारी की थी। निरीक्षण के दौरान मरीजों को आपूर्ति किये जाने वाले खून का सैंपल के साथ ही डोनर व प्रक्रिया संबन्धी प्रपत्रों की जांच में ताम खामियां मिली थी।
कारण बताओ नोटिस जारी ,जबाब नही दिया
कार्यवाई करते हुए औषधि निरीक्षक ने बताया कि तहसीनगंज, ठाकुरगंज स्थित आॅफ हाला फाउडेंशन अंतर्गत संचालित मेडलाइफ चैरिटेबल ब्लड बैंक में औचक निरीक्षण के दौरान ब्लड बैंक में न ही चिकित्सक मिले और न ही प्रशिक्षित पैरामेडिकल स्टाफ मिला था, इसके साथ ही खून संबन्धी प्रपत्रों में अनियमित्ता पाई गई थी। खून का सैंपल लेकर कारण बताओ नोटिस जारी की गई थी। इसी प्रकार कृष्णानगर मेट्रो स्टेशन के समीप एनडी काँम्पलेक्स में मानव चैरिटेबल ब्लड एंड कंपोनेंट सेंटर पर छापेमारी में ब्लड के सैंपल के साथ ही ब्लड आपूर्ति में अपनाई जा रही प्रक्रिया का अवलोकन किया गया था जो कि मानकनुरूप नही था। तीसरा ब्लड बैंक नारायणी चैरीटेबल ब्लड सेंटर हैं जहां पर घोर अनियमित्ता पाई गई थी। न ही डोनर के प्रशिक्षण और काउंसिलिंग की व्यवस्था थी और न ही खून को सुरक्षित तरीके से आपूर्ति करने के मानक पूरे थे। तीनों ही ब्लड बैंक संचालकों को कारण बताओ नोटिस जारी कर शीघ्र जबाब जमा करने के निर्देश दिये गये थे। बावजूद किसी भी संचालक ने कोई जबाब नही दिया। इसलिए प्रथम दृष्टया घोर अनियमित्ता और आमजन मानस के जीवन के साथ खिलवाड़ करने जैसा कृत्य का दोषी पाते हुए लाइसेंस निरस्त किया गया है। इसके साथ ही तीन ब्लड बैंकों के संचालक व जिम्मेदारों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। एफआईआर थाना ठाकुरगंज में 11 लोगों के खिलाफ दर्ज कराई गई है।