रेजीडेंट्स को इंसाफ चाहिए : सीनियर रेजीडेट्स की कांउसिलिंग में केजीएमयू व लोहिया की सीट नहीं
लखनऊ। एमडी, एमएस की तीन वर्ष जटिल चिकित्सकीय शिक्षा प्राप्त कर, विशेषज्ञ चिकित्सक बनने वाले रेजीडेंट्स चिकित्सकों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। खिलवाड़ कहना इसलिए उचित होगा क्योंकि प्रवेश के समय करार के अनुसार इन विशेषज्ञ चिकित्सकों को दो वर्ष तक सरकारी संस्थानों में बतौर सीनियर रेजीडेंट सेवाएं देनी होंगी, उसके लिए केजीएमयू में कांउसिलिंग हो रही है। काउंसिलिंग में राजधानी के केजीएमयू, डॉ.राम मनोहर लोहिया आदि संस्थानों की सीटें ही उपलब्ध कराई जा रही हैं, जिन जनपदों में स्थापित संस्थानों की सीटें उपलब्ध हैं, वहां पर सुपर स्पेशियलिटी यूनिट की सुविधा नही है, लिहाजा रेजीडेंट्स चिकित्सकों का विरोध है कि ईमानदारी से सभी सीटे काउंसिलिंग में उपलब्ध हो ताकि हम लोग अपनी विशेषज्ञता का लाभ मरीजों को उपलब्ध करा सकें। संबन्धित शिकायत रेजीडेट्स चिकित्सकों ने मुख्यमंत्री पोर्टल के साथ ही डीजीएमई से भी लिखित रूप से की है।
सीटों को लेकर, जानबूझ कर परेशान किया जा रहा
काउंसिलिंग में विरोध करने वाले रेजीडेंट्स चिकित्सको का कहना है कि केजीएमयू और डॉ.राम मनोहर लोहिया संस्थान के पल्मोनरी मेडिसिन की क्रिटिकल केयर यूनिट में कुल 18 सीटें उपलब्ध हैं मगर काउंसिलिंग में पहले दिन एक भी सीट नही थी,विरोध करने पर 6 सीटे मिली मगर पल्मोनरी के रेजीडेंट्स के लिए उपलब्ध नही थी, मेडिसिन के रेजीडेंट्स के लिए आॅफर की गई, जिसे मेडिसिन के रेजीडेंट्स ने रिफ्यूज कर दिया, क्योंकि उन्हें मेडिसिन की सीट चाहिये। इसी प्रकार पीडियाट्रिक में सीटों का घालमेल किया गया है। कई विभागो की सीटों को लेकर, जानबूझ कर परेशान किया जा रहा है। रेजीडेंट्स का कहना है कि हम लोग केजीएमयू में ही शिक्षित हैं, इसलिए यहां पर उपलब्ध संसाधनों से मरीजों को बेहतर सेवाएं दे सकते हैं। अव्यवस्था एवं अपारदर्शिता की शिकायत रेजीडेंट्स चिकित्सकों ने सामूहिक रूप से मुख्यमंत्री पोर्टल पर चुके हैं।
डीजीएमई का कहना है
दूसरी तरफ डीजीएमई, श्रुति सिंह का कहना है कि पूरे प्रदेश के चिकित्सा संस्थानों से रिक्त सीटें मंगा ली गई हैं, मगर दूरस्थ जनपदों में विशेषज्ञ चिकित्सकों की उपलब्धता के लिए पहले दूरस्थ संस्थानों की सीटों को ही कांउसिलिंग में दी गई हैं, उन सीटों पर ज्वाइनिंग के बाद बड़े शहर स्थित संस्थानों की सीटें उपलब्ध कराई जायेंगी। विभिन्न जनपदों में सुपर स्पेशयलिटी यूनिट के संसाधन न उपलब्ध होने के प्रश्न पर डीजीएमई का कहना है कि जहां पर यूनिट हैं वहीं पर सीटे रिक्त हैं, वहीं पर ज्वाइनिंग दी जा रही है। केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ.सुधीर सिंह का कहना है कि केजीएमयू में उपलब्ध रिक्त सीटों का व्यौरा डीजीएमई कार्यालय को उपलब्ध कराया जा चुका है। उन्हें किस प्रकार नियुक्ति देनी है, यह अधिकार डीजीएमई का है।