प्रदेश अध्यक्ष समेत सपा के रणनीतिकार नेता अपना बूथ भी जीतने में रहे असफल
केशरी राव धारा सिंह यादव
लखनऊ। विधानसभा चुनाव की मतगणना के बाद, प्रचंड बहुमत के साथ दुबारा सत्ता में पहुंचे योगी आदित्यनाथ की जीत और सपा के कद्दावर नेताओं की हार ने सपा आलाकमान की चिंताएं बढ़ा दी है। सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की चिंता उस समय बढ़ गई जब उन्होंने देखा कि जो पार्टी के रणनीतिकार थे, खुद को सपा का तारणहार समझ रहें थे और सपा को 300-350 से अधिक सीटे जिताने का दंभ भर रहें थे, ईवीएम खुलने पर खुद भी हारे और जिन्हें टिकट दिलवाएं थे वे भी हारे। इतना ही नहीं, सपा के तमाम रणनीतिकारण हैं जो अपना बूथ तक न ही जीत पायें हैं।
नेताओं ने अपनी पोलिंग स्टेशनों पर कोई काम नहीं किया
उप्र विधानसभा चुनाव में सपा की बड़ी हार की वजह, मुखिया अखिलेश यादव की कोर कमेटी के कुछ माने जाने वाले नामचीन सदस्य भी हैं। अखिलेश यादव के अगल-बगल बने रहने वाले सपा कार्यालय में इधर-उधर अपनी राजनीति चमकाने में लगे रहें, मगर क्षेत्र में जनता के बीच नही गये। जिनके कंधो पर पार्टी चुनावी वैतरणी पार लगाने की जिम्मेदारी थी, टिकट वितरण में लगे थे । पार्टी के इन नेताओं ने अपनी पोलिंग स्टेशनों पर कोई काम नहीं किया।
नेता एक-दो नहीं हैं, सपा में लंबी फेहरिस्त हैं
चुनाव में हालात यह बन गये की पार्टी के यह बड़े नाम वाले नेता अपने क्षेत्र के पार्टी प्रत्याशी को अपना बूथ तक जिताने में असफल साबित हुए। एैसे नेता एक-दो नहीं हैं, सपा में लंबी फेहरिस्त हैं। सपा के प्रमुख नेता, जिनके चुनाव नतीजों को देखा गया, उनमें सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल,एमएलसी उदयवीर सिंह,सपा प्रवक्ता एवं लखनऊ पूर्वी सीट से विधानसभा प्रत्याशी रहे सपा की कद्दावर नेता सांसद सुशीला सरोज के दामाद अनुराग भदौरिया,लखनऊ-उन्नाव विधान परिषद सदस्य सुनील सिंह यादव साजन,महिला सभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष जूही सिंह जोकि चुनाव के लिए टिकट बांट रहे थे। समाजवादी छात्र सभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष नेहा यादव,छात्र सभा प्रदेश अध्यक्ष दिग्विजय सिंह देव,लोहिया वाहिनी राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदीप तिवारी,युवजन सभा प्रदेश अध्यक्ष अरविंद गिरी,अखिलेश यादव के अति करीबी अनुराग सक्सेना,विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी एवं पार्टी का बड़ा चेहरा संजय लाठर,सपा लोहिया वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष रामकरन निर्मल,लोहिया वाहिनी के राष्ट्रीय सचिव धर्मेन्द्र सिंह यादव,सपा यूथ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सिद्धार्थ सिंह,विधानसभा प्रत्याशी रहीं ऋचा सिंह सहित सहित कई पार्टी जिलाध्यक्ष एवं पार्टी के कद्दावर नेता इस चुनाव में अपना बूथ तक पार्टी प्रत्याशी को जिताने में नाकाम साबित हुए हैं।