क्यों ? योगी राज में सैकड़ों जिन्दा गायों को दफना जा रहा है
बांदा में मामले का हुआ खुलासा
मोदी व योगी से श्रीमती प्रियंका गांधी ने सवाल दागे
लखनऊ। कांग्रेस की महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी ने बांदा जिले में मिट्टी और भारी भरकम पत्थरों के नीचे जिन्दा गायों को दफन करने के मामले को लेकर मुख्यमंत्री योगी व पीएम मोदी को आडेÞ हाथों लिया। सवाल दागते हुए मुख्यमंत्री योगी से पूछा है कि आपकी सरकार में प्रशासन ने बांदा में सैकडों जिन्दा गायों को दफना दिया,एैसा क्यों किया जा रहा है। गौशालाओं में गऊ माता कू्ररता व अमानवीयता का शिकार हैं। प्रधानमंत्री से सवाल किया कि आप यूपी में हैं क्या आप गौशालाओं की दुर्दशा पर प्रदेश सरकार से जवाबदेही मांगेंगे?
जनता ही नहीं गायों के भी दुर्दिन आ गयें हैं : अजय कुमार लल्लू
उक्त वक्तव्य के संबन्ध में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने बताया कि तथाकथित गौरक्षकों के राज में सैकड़ों की संख्या में गाय जिन्दा दफन की जा रहीं हैं। बीजेपी के जंगलराज में सिर्फ आमजनता ही नहीं गायों के भी दुर्दिन आ गयें हैं। जेल भी बदतर स्थिति गौशालाओं की हो गयी है। जिन्दा गोवंशों को कुत्ते नोच कर खा रहें हैं। जिन्दा दफन कर दिया जा रहा है। गाय हमारी माता है। करोड़ों देवी देवताओं का वास होता है। उस गौमाता की दुर्दशा अक्षम्य एवं निंदनीय है। इन ढोंगियों के लिए गौमाता केवल वोट बटोरने का साधन मात्र रह गयी है।
कांग्रेसजनों द्वारा हवन यज्ञ
उन्होंने बताया कि प्रदेश में हर रोज गौशालाओं में मर रहीं एवं जिंदा दफन की जा रहीं गायों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ ‘‘भाजपा सदबुद्धि यज्ञ एवं प्रायश्चित यात्रा’’पूरे प्रदेश में कांग्रेसजनों द्वारा हवन यज्ञ के माध्यम से भाजपा को सद्बुद्धि मिले इसलिए की गयी। जिससे करोड़ों भारतीयों के आस्था की प्रतीक गौमाता की रक्षा एवं सुरक्षा हो सके। कांग्रेस पार्टी गौमाता की सुरक्षा के लिए कटिबद्व है। प्रदेश सरकार को अन्याय नहीं करने देगीे।
गौ हत्या के शक में मॉब लिंचिंग करवाने वाले भाजपाइ कब बोलोगे
श्री लल्लू ने आगे कहा कि गौ हत्या के शक में मॉब लिंचिंग करवाने वाले भाजपाइयों बांदा, उन्नाव, अयोध्या तथा प्रदेश के अन्य जिलों में इस तरह से गायों की दुर्दशा पर कब बोलोगे। प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं प्रधानमंत्री के फर्जी गौ प्रेम की पूरे प्रदेश में पोल खुल चुकी है। गौमाता के साथ इतनी बर्बरता के बाद भी सरकार मूक दर्शक बनी हुई है।