महिला की अपेक्षा पुरुष नसबंदी अधिक सरल व सुरक्षित : डॉ.अभिलाषा
लखनऊ । पुरुष नसबंदी पूरी तरह सुरक्षित है । इसके असफल होने की संभावना बहुत ही कम या न के बराबर होती है । नसबंदी कराने के दो दिन बाद ही नियमित काम – काज शुरू कर सकते हैं और एक हफ्ते बाद से साइकिल चलाने आदि अन्य भारी काम शुरू कर सकते हैं। यह जानकारी गुरुवार को परिवार कल्याण कार्यक्रम की नोडल अधिकारी और अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अभिलाषा ने पोषण कार्यक्रम में दी ।
परिवार नियोजन में पुरुषों की सहभागिता जरूरी
डॉ.अभिलाषा ने कहा कि नसबंदी कराने के बाद अगर कोई समस्या होती है तो चिकित्सक से संपर्क करें । परिवार नियोजन में पुरुषों की सहभागिता बहुत ही जरूरी है । उन्होंने बताया कि लखनऊ में अप्रैल माह से आठ दिसम्बर तक 237 पुरुषों ने नसबंदी की सेवा प्राप्त की है ।
जागरूकता दी गई कि-
-पुरुष नसबंदी आपरेशन के तीन माह बाद ही पूरी तरह प्रभावशाली होती है
-पुरुष नसबंदी की सेवायें सरकारी जिला अस्पताल, मेडिकल कॉलेज, चयनित स्वास्थ्य केंद्र के साथ ही कुछ निजी अस्पतालों में मुफ्त प्राप्त की जा सकतीं हैं ।
-नसबंदी कराने पर लाभार्थी को 2,000 रुपए की धनराशि तथा सेवा प्रदाता आशा को 300 रुपए मिलते हैं ।
-नसबंदी के विफल होने पर 30,000 रुपए की धनराशि दी जाती है ।
-नसबंदी के बाद सात दिनों के अंदर मृत्यु हो जाने पर दो लाख रुपए की धनराशि दी जाती है ।
-नसबंदी के 8 से 30 दिन के अंदर मृत्यु हो जाने पर 50,000 रुपए की धनराशि दिये जाने का प्रावधान है ।
-नसबंदी के बाद 60 दिनों के अंदर जटिलता होने पर इलाज हेतु 25,000 रुपए की धनराशि दी जाती है ।