स्ट्रोक,साल में 15 लाख भारतीयों को विकलांग बनाता है : डॉ.सुनील प्रधान
विश्व स्ट्रोक जारूकता दिवस पर संगोष्ठी संपन्न
लखनऊ। स्ट्रोक मृत्यु का दूसरा प्रमुख कारण है,तनाव युक्त जीवन शैली की वजह से तेजी से बढ़ रहा है। इतना ही नहीं प्रत्येक वर्ष 15 लाख भारतीय, स्ट्रोक की वजह से ही विभिन्न अंगों से विकलांग हो जाते हैं। स्ट्रोक से केवल विशेष वर्ग नहीं, बल्कि गरीब और अमीर सभी में होने की संभावना रहती है। यह बात शुक्रवार को विश्व स्ट्रोक दिवस के अवसर पर एसजीपीजीआई में न्यूरोलॉजी विभागाध्यक्ष प्रो.सुनील प्रधान ने, स्ट्रोक बचाव की जागरूकता कार्यक्रम में कही।
मेदांता हॉस्पिटल में आयोजित स्ट्रोक जागरूकता संगोष्ठी में श्री प्रधान ने कहा कि इस बार विश्व स्ट्रोक दिवस का थीम है, मिनट्स कैन सेव लाइव अर्थात स्ट्रोक का अटैक पड़ने के बाद एक-एक मिनट कीमती होता है। जितनी जल्दी ही, अस्पताल में उचित मिलेगा, मरीज की जान बचने के साथ ही अटैक से संभावित दुष्प्रभावों को खत्म किया जा सकता है। इस अवसर पर आयोजित मेडिकल स्टूडेंट्स की क्वीन में प्रथम तीन विजेताओं को डॉ.प्रधान ने पुुरुस्कृत किया। इस अवसर पर मेदांता के न्यूरोलॉजी प्रमुख डॉ.एके ठक्कर, डॉ.ऋत्विज बिहारी, डॉ.सुधाकर पाण्डेय एवं डॉ.प्रदीप कुमार ने भी जागरूकता विषय पर प्रकाश डाला।