कश्मीर में हाल ही में हुई आतंकी घटनाओं के बाद सीआरपीएफ के महानिदेशक समेत एनआइए, आइबी और रा के दो दर्जन वरिष्ठ अधिकारियों ने कश्मीर में डेरा डाल लिया है. ये सभी अधिकारी भविष्य मे ऐसी घटनाओं को रोकने और आतंकियों की भर्ती पर पूरी तरह लगाम लगाने की रणनीति भी बनाएंगे.
सेना प्रमुख ने किया दौरा
सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने जम्मू-कश्मीर में व्हाइट नाइट कोर के अग्रिम इलाकों का दौरा किया है. साथ ही नियंत्रण रेखा पर स्थिति का जायजा लिया है. सैन्य कमांडरों ने उन्हें वर्तमान स्थिति और चल रहे घुसपैठ विरोधी अभियानों के बारे में जानकारी दी. जिसके बाद संभावना जताई जा रही थी कि नरवणे आतंकियों पर कार्रवाई करने को लेकर कोई बड़ा एक्शन लेने का आदेश दे सकते हैं.
पुंछ में भौगोलिक परिस्थितियां बेहद कठिन
पुंछ में नौ सैनिकों की शहादत और आतंकियों के खिलाफ जारी ऑपरेशन के बीच सेना प्रमुख एमएम नरवणे दो दिवसीय दौरे पर हैं. सेना ने घेराबंदी को कड़ा कर दिया है, लेकिन घना जंगल होने की वजह से सेना का ऑपरेशन कदम दर कदम आगे बढ़ रहा है. पुंछ में भौगोलिक परिस्थितियां बेहद कठिन हैं. पहाड़ की ढलान पर घना जंगल है. बीच में नाले भी हैं. ऐसी परिस्थितियों में पूरी एहतियात के साथ ही ऑपरेशन को चलाया जा रहा है.
आतंकी ठिकानों पर ग्रेनेड दागे
आतंकियों के चिह्नित ठिकानों पर लगातार गोलीबारी की जा रही है. सेना ने ड्रोन से चिह्नित ठिकानों पर ग्रेनेड दागे, जिससे देर तक इलाका धमाकों से गूंजता रहा. घने जंगल में चल रहे ऑपरेशन को अत्याधुनिक हथियारों से अंजाम दिया जा रहा है. इसके साथ ही इलाके में मौजूद लोगों को हिदायत दी गई है कि वो अपने-अपने घरों में ही रहें. इलाके की दुकानें बंद करने के लिए भी कहा गया है. साथ ही इस संबंध में मस्जिद से अपील भी की जा रही है.
गैर-स्थानीय कामगारों का पलायन
दहशत के माहौल के बीच कश्मीर घाटी से उत्तर प्रदेश व बिहार के मजदूरों का पलायन शुरू हो गया है. ये मजदूर जल्द कश्मीर घाटी से निकलना चाहते हैं. घाटी से अमृतसर रेलवे स्टेशन पहुंचे इन प्रवासी मजदूरों ने बताया कि यहां पहुंच कर वे लोग खुद को सुरक्षित मान रहे हैं. कश्मीर में गैर-स्थानीय कामगारों पर सिलसिलेवार हमलों के बाद दहशत फैल गई है और अब यूपी, बिहार समेत देश के अन्य राज्यों के कामगार घाटी से लौटने लगे हैं.