डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम का अब लंबे समय तक जेल में बंद रहना पक्का हो गया है. पंचकूला की विशेष अदालत ने रंजीत सिंह हत्याकांड में गुरमीत राम रहीम सहित पांच दाेषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई है.
इन धाराओं में हुई सजा
गुरमीत राम रहीम पर 31 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है. उसे जुर्माने की 50 प्रतिशत राशि अभी अदा करनी होगी. बाकी दोषियों पर 50-50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है. गुरमीत पर लगाए गए जुर्माने की आधी राशि पीड़ित परिवार को दी जाएगी. रणजीत सिंह हत्याकांड मामले में बीते आठ अक्टूबर को राम रहीम सिंह और कृष्ण कुमार को कोर्ट ने आईपीसी की धारा-302 (हत्या), 120-बी (आपराधिक षड्यंत्र रचना) के तहत दोषी करार दिया है. वहीं, अवतार, जसवीर और सबदिल को कोर्ट ने आईपीसी की धारा-302 (हत्या), 120-बी (आपराधिक षड्यंत्र रचना) और आर्म्स एक्ट के तहत दोषी करार दिया है. विशेष सीबीआई अदालत के फैसले के खिलाफ अब राम रहीम हाईकोर्ट जाएगा.
क्या है रणजीत हत्याकांड मामला
कुरुक्षेत्र के रहने वाले रणजीत सिंह की 10 जुलाई 2002 को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. रणजीत सिंह डेरा सच्चा सौदा का मैनेजर था. डेरा प्रबंधन को शक था कि रणजीत सिंह ने साध्वी यौन शोषण की गुमनाम चिट्ठी अपनी बहन से ही लिखवाई है. बस इसी शक में उसकी हत्या कर दी गई. इसके बाद रणजीत सिंह के बेटे जगसीर सिंह ने जनवरी 2003 में हाईकोर्ट में याचिका दायर कर मामले की सीबीआई जांच की मांग की थी. हाईकोर्ट ने बेटे के पक्ष में फैसला सुनाकर मामले की जांच सीबीआई को सौंपी थी.
सीबीआई ने राम रहीम समेत पांच लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था. शुरूआत में इस मामले में राम रहीम का नाम नहीं था लेकिन 2006 में राम रहीम के ड्राइवर खट्टा सिंह के बयान के आधार पर राम रहीम का नाम इस हत्याकांड में शामिल किया गया था. अब 19 साल बाद पंचकूला की विशेष सीबीआई अदालत ने राम रहीम समेत पांचों दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई है.
अब तक कितनी मिल चुकी है सजा ?
कुल सजा की बात करें तो राम रहीम को रणजीत हत्याकांड में 20 साल की उम्रकैद की सजा दी गई है. और इससे पहले भी पत्रकार रामचंद्र छत्रपति हत्याकांड में राम रहीम को 20 साल की उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी. इसके अलावा दो साध्वियों के यौन शोषण मामले में भी उसे 10-10 साल कैद की सजा हो चुकी है, जो चल रही है. ऐसे देखें तो अब तक राम रहीम को कुल 60 साल कैद की सजा हो चुकी है.
लेकिन इनमें से उम्रकैद की सजाएं एक साथ चलेंगी मतलब उसे इनके लिए 40 की जगह 20 साल ही जेल में काटने होंगे. लेकिन साध्वियों के यौन शोषण मामलों में एक सजा खत्म होने के बाद दूसरी सजा शुरू होगी मतलब उसे 20 साल कैद में रहना होगा. साध्वियों के यौन शोषण वाली सजा अभी चल रही है ये ख़त्म होने के बाद उम्रकैद की सजाएं शुरू होगी.