कन्या भू्रण हत्या रोकने में सहायक है योजना…
बेसहारा व निराश महिलाओं की उम्मीद की चाभी है मुख्यमंत्री सुमंगला योजना
पति की मृत्यु उपरांत, निराश्रित महिला पेंशन योजना, मुख्यमंत्री बाल
सेवा योजना की पात्र बालिकाओं व महिलाओं को मिलेगा लाभ
लखनऊ । प्रदेश में समान लिगांनुपात स्थापित करने कन्या भू्रण हत्या को रोकने, बालिकाओं के स्वास्थ्य व शिक्षा को सु्दृढ करने, बालिकाओं के परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान करने तथा बालिका के प्रति आम जन में सकारात्मक सोच विकसित करने हेतु मुख्यमंत्री योगी द्वारा 2019 में ‘‘मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना’’ की शुरू की गयी थी। इस योजना मेंदेय धनराशि पीएफएमएस के माध्यम से सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में पहुंंचता है।
पढ़ाई के लिए मिलते हैं 15000
इस योजना के अन्तर्गत बालिकाओं को कुल 6 श्रेणियों में जन्म के समय 2000 रुपए, एक वर्ष के टीकाकरण पूर्ण करने पर 1000 रुपए कक्षा-1 में प्रवेश के समय 2000 रुपए, कक्षा-6 में प्रवेश के समय 2000 रुपए, कक्षा-9 में प्रवेश के समय 3000 रुपए तथा दसवीं व बारहवीं परीक्षा उत्तीर्ण कर डिग्री या दो वर्षीय या अधिक के डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश लेने पर 5000 रुपए प्रदान किये जा रहे है।
10 लाख से अधिक बालिकाओं को मिल चुका है मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना का लाभ
सुमंगला योजना के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु महिला कल्याण विभाग द्वारा जुलाई-अगस्त 2021 में विशेष अभियान संचालित किया गया था, जिसमें तमाम बालिकाओं को चिन्हित व लाभान्वित किया गया है। अब तक 10 लाख से अधिक पात्र बालिकाओं को लाभान्वित किया गया है।
प्रस्तावित कैंपों में विधवा, निराश्रित व बाल सेवा योजना के पात्रों को मिलेगा लाभ
मुख्यमंत्री कन्या महिला कल्याण विभाग द्वारा अक्टूबर से दिसम्बर तक स्वावलम्बन कैम्प का आयोजन किया जायेगा। इन कैम्पों में मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, पति की मृत्यु उपरांत, निराश्रित महिला पेंशन योजना, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (सामान्य) लाभार्थियों के आवेदन पत्र को पूर्ण कराते हुये, लाभान्वित किया जायेगा।
सभी जनपदों में अक्टूबर से दिसम्बर के बीच लगेंगे 5 स्वावलंबन कैंप
प्रदेश के सभी जनपदों में ये कैंप, 26 अक्टूबर, 12 व 25 नवम्बर तथा 08 व 22 दिसम्बर, 2021 को आयोजित किये जायेंगे।