सोनिया गांधी ने शनिवार को ही नसीहत दी थी की मीडिया के जरिये मुझसे बात न करें लेकिन अगले ही दिन आज पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने उनकी ये नसीहत बेअसर साबित कर दी.
13 सूत्रीय एजेंडे पर माँगा समय
नवजोत सिंह सिद्धू ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर CM चरणजीत चन्नी पर हमला बोला है. साथ ही 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी के 13 सूत्रीय एजेंडे को पेश करने के लिए बैठक का समय मांगा है. सिद्धू ने पत्र में कहा कि कांग्रेस हाईकमान ने अनुसूचित जाति का मुख्यमंत्री बनाकर प्रगतिशील फैसला लिया, इसके बावजूद अनुसूचित जाति को सरकार में बराबर प्रतिनिधित्व नहीं मिला है.
राहुल गांधी से नहीं बनी बात
15 अक्टूबर को सिद्धू ने सोनिया को पत्र लिखा था. उसी दिन उनकी राहुल गांधी से मुलाकात हुई थी. आज सिद्धू ने इस पत्र को अपने ट्विटर पर डाला है इससे ये स्पष्ट हो गया है कि राहुल गांधी के साथ हुई उनकी मुलाकात में कोई भी बात सिरे नहीं चढ़ पाई थी. सिद्धू ने सोनिया को पत्र लिखकर 13 मुद्दे उठाए हैं. जिसमें सोनिया से अपील की गई है कि वो पंजाब सरकार को इस बारे में निर्देश दें कि इन मुद्दों को हल किया जाए.
हाईकमान द्वारा तय एजेंडे पर काम किया
सिद्धू ने आगे लिखा कि कांग्रेस ने 2017 के विधानसभा चुनाव में दो तिहाई बहुमत हासिल किया था. वो पिछले विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए 55 विधानसभा सीटों पर गए, जिनमें से 53 पर कांग्रेस ने शानदार जीत दर्ज की. उन्होंने एक विधायक, मंत्री और प्रदेश अध्यक्ष के रूप में हाईकमान द्वारा तय एजेंडे पर काम किया है. पंजाब के पुनरुत्थान के लिए ये आखिरी मौका है.
कांग्रेस के लिए हो सकती है मुश्किल
पत्र में सिद्धू ने जिन प्रमुख मुद्दों को उठाया है उनमें बेअदबी मामले में न्याय, नशा, कृषि, बिजली, बिजली खरीद समझौते, अनुसूचित जाति और पिछड़ी जाति कल्याण, रोजगार, सिंगल विंडो सिस्टम, महिला और युवा सशक्तिकरण, शराब, खनन, परिवहन, केबल माफिया जैसे मुद्दे हैं. सिद्धू ने कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व को ये भी स्पष्ट किया है कि अगर उनके उठाए मुद्दों पर कार्रवाई नहीं हुई तो अगले चुनाव में कांग्रेस के लिए मुश्किल खड़ी हो सकती है