सोनीपत के सिंघु बॉर्डर पर 2 दिन पहले हुई लखबीर सिंह की हत्या के मामले में शनिवार रात को भगवंत सिंह और गोबिंदप्रीत सिंह के सरेंडर के बाद निहंगों ने हरियाणा पुलिस को चुनौती दे दी है.
बाबा राजा राम सिंह ने दी चेतावनी
निहंग बाबा राजा राम सिंह ने कहा, ‘प्रशासन अब हमसे और गिरफ्तारियां न मांगे. अगर पुलिस अधिकारियां ने किसी होर नू गिरफ्तार करण दी गल्ल कित्ती तां जेहड़े चार बंदे (आदमी) अंदर हैं, अस्सी ओहनां नूं वी बाहर कड्ढ ल्यावांगे. मतलब कि अब वे अपने किसी और साथी का सरेंडर नहीं करवाएंगे. अगर पुलिस ने किसी और निहंग को गिरफ्तार करने की बात की तो वे अपने उन चारों साथियों को भी छुड़वा लाएंगे, जिन्होंने इस मामले में सरेंडर किया है.
श्री गुरु ग्रन्थ साहिब की बेअदबी की घटनाएं बढ़ी
दोनों के सरेंडर से पहले निहंग जत्थेबंदी के प्रमुख बाबा राजा राम सिंह ने कहा, ‘साल 2015 के बाद से पंजाब और दूसरे राज्यों में श्री गुरु ग्रन्थ साहिब की बेअदबी की घटनाएं बढ़ी हैं. किसी ने इनका हिसाब दिया? हालात देखते हुए हमारे साथियों को मजबूरन बेअदबी करने वालों को सजा देनी पड़ी. अगर हमें 2015 से लेकर अब तक इंसाफ मिल जाता तो कानून हाथ में लेना ही नहीं पड़ता. जो करना पड़ा, वो हालात देखकर करना पड़ा.
2 दिन पहले का है मामला
बतादें कि 2 दिन पहले सिंघु बॉर्डर पर एक युवक को बर्बरता से मार कर उसके शव को बैरिकेड से लटका दिया था. लोगों ने शव को देखकर पूरे मामले से पुलिस को अवगत कराया. हत्या की सूचना के बाद कुंडली थाना पुलिस मौके पर पहुंची तो वहां पर निहंगों ने हंगामा कर दिया. मृतक की पहचान पंजाब के तरनतारन जिले के गांव चीमा खुर्द निवासी 35 वर्षीय लखबीर सिंह पुत्र हरनाम सिंह के तौर पर हुई थी. वो तीन बेटियों का पिता था.
15 घंटे बाद किया सरेंडर
हत्या करने के 15 घंटे बाद एक निहंग सरबजीत ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था. उसने हत्या की जिम्मेदारी ली थी और कहा था कि उसने ही लखबीर सिंह की हत्या की. ये किसान आंदोलन का नहीं, बल्कि गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी का मामला है. उसने धार्मिक ग्रंथ की बेअदबी की थी, जिसके बाद उसे मारा गया. यदि कोई और शख्स भी बेअदबी करेगा तो उसके साथ भी ऐसा ही सुलूक किया जायेगा.