जम्मू कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती के ताजा बयान पर मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने सख्त नाराजगी जताई है. और देश के दोमुहें नेताओं को कड़ा संदेश दिया है.
शाहरूख खान के बेटे आर्यन पर बोलीं मुफ़्ती
यूपी के लखीमपुर खीरी और ड्रग केस में शाहरूख खान के बेटे आर्यन का नाम आने और जम्मू कश्मीर में पांच जवान के शहीद होने पर महबूबा मुफ्ती ने विवादित बयान दे दिया है. महबूबा ने कहा था कि शाहरूख खान के बेटे ‘आर्यन’ के नाम के पीछे ‘खान’ शब्द जुड़ा है, इसलिए उसको प्रताड़ित किया जा रहा है. इसके साथ ही केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र के बेटे के साथ सरकार नरमी से पेश आ रही है. BJP बस अपने वोटर्स को खुश करना चाहती है.
जवानों के शहीद होने पर मुफ़्ती का बयान
चीन ने हमारे जवानों को मारा और जमीनों पर कब्जा किया, लेकिन चीन के साथ भारत की बातचीत जारी है. मैं समझती हूं कि पाकिस्तान के साथ भी बातचीत के दरवाजे बंद नहीं करने चाहिए. आखिर कब तक BJP जवानों और लोगों के खून की सियासत करेगी. वहीं सोमवार को आतंकी हमले में पांच जवान के शहीद होने पर मुफ़्ती ने कहा कि कोई हमारे मुल्क की गोली से मरे तो ठीक, लेकिन आतंकी की गोली से मरे तो गलत कैसे. ये कैसा सिस्टम है इनका.
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने दिया कड़ा संदेश
मुफ़्ती के इन्हीं बयानों से मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने देश के दोमुहें नेताओं को कड़ा संदेश देने का काम किया है. मंच ने साफ तौर पर कहा कि अब समय आ गया है कि महबूबा मुफ्ती जैसे लोगों को देश छोड़कर कहीं और बसेरा ढूंढ़ लेना चाहिए. जारी बयान में कहा गया है कि भारत में गद्दार, स्वार्थी, दोहरे चरित्रों व मापदंडों वाले नेताओं के लिए कोई स्थान नहीं है. सेक्युलरिज्म के ठेकेदार मजहब का गंदा खेल खेलने से बाज आ जाएं. ओवैसी जैसे नेताओं पर भी प्रतिबंध लगा देना चाहिए जो अपनी नापाक जुबान से हर समय देश की अवाम को बांटने पर आमादा रहते हैं.