लखीमपुर हिंसा: मृतकों के आश्रितों को 45 लाख और नौकरी, किसान और सरकार के बीच बनी सहमति
लखीमपुर जिले में हुई हिंसक घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिगड़े माहौल को सही बनाए रखने के लिए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं. मुख्य सचिव और डीजीपी से पूरे मामले की रिपोर्ट भी तलब की है.
CM योगी ने की बैठक
सुबह 11 बजे डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य व डॉ. दिनेश शर्मा तथा संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना के साथ लखीमपुर खीरी की हिंसा को लेकर बैठक की। इस बैठक में मुख्य सचिव आरके तिवारी के साथ पुलिस महानिदेशक मुकुल गोयल, अपर मुख्य सचिव गृह तथा शासन के अन्य बड़े अधिकारी भी थे. बैठक के बाद अब मामला शांत हो रहा है. किसान नेताओं और लखीमपुर जिला प्रशासन के बीच में कई बिंदुओं पर समझौता होने के बाद किसान नेता चार मृतक किसानों का अंतिम संस्कार करने पर राजी हो गए हैं.
इन बातों पर हुआ समझौता
चार चरण की बैठक के बाद किसान और प्रशासन के बीच सहमति बनी है. समझौते के अनुसार अब सरकार की तरफ से मृतकों के स्वजन को 45-45 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी. घायलों को दस-दस लाख रुपया दिया जाएगा. साथ ही मृतक के आश्रितों के परिवार के एक-एक सदस्य को नौकरी और आरोपितों की आठ दिन के अंदर गिरफ्तारी के भरोसे पर समझौता हो गया है.
यूपी के लखीमपुर खीरी मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए प्रशासन ने तय किया है कि यहां छह अक्टूबर तक आरएएफ और एसएसबी की दो-दो कंपनियां तैनात रहेंगी. हिंसा के इस प्रकरण की जांच हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज से कराई जाएगी.
अजय मिश्र टेनी से नाराज थे किसान
बतादें कि कृषि कानूनों और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी ने हफ्ते भर पहले किसानों पर टिप्पणी की थी. जिससे किसान काफी नाराज़ हो गए थे. और रविवार को अजय मिश्र टेनी अपने गांव एक कार्यक्रम में पहुँच रहे थे उनके साथ डिप्टी CM केशव प्रसाद मौर्या भी आने वाले थे लेकिन किसानों से सुबह से भी वहां प्रदर्शन शुरू कर दिया था.
चार किसानों समेत 8 लोगों की मौत
कार्यक्रम के दौरान ही तिकुनिया कस्बे में विरोध कर रहे किसानों और मंत्री के बेटे के बीच हिंसक झड़प हो गई. इस बवाल के दौरान मंत्री के बेटे आशीष की गाड़ी से कुचलकर चार किसानों समेत 8 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए. गुस्साए किसानों ने जानबूझकर गाड़ी चढ़ाने का आरोप लगाते हुए मंत्री के बेटे की गाड़ियों में तोड़फोड़ करते हुए आग लगा दी थी.