लखनऊ में दिखा लखीमपुर हिंसा का असर, पुलिस की गाड़ी फूंकी, हिरासत में अखिलेश
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा से राजनीति भी गरमा गई है. इसके चलते राजधानी लखनऊ में भी हिंसा नजर आने लगी है. लखीमपुर जाने से रोकने पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव सड़क पर ही धरने पर बैठ गए.
पुलिस की जीप में लगाई आग
अखिलेश के धरने पर बैठने के बाद उनसे कुछ दूरी गौतमपल्ली में भीड़ ने पुलिस की एक जीप को आग के हवाले कर दिया है. वहीं पुलिस ने विपक्ष के कई नेताओं को लखीमपुर खीरी पहुंचने से रोकने के लिए उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया है. इनमें बसपा महासचिव सतीश मिश्र, कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी, सलमान खुर्शीद, आराधना मिश्रा और शिवपाल यादव शामिल हैं. प्रियंका गांधी को पुलिस सुबह ही हिरासत में ले चुकी है.
इन धाराओं पर दर्ज हुआ मुकदमा
वहीं केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया है. आशीष पर किसानों को गाड़ी से कुचलने का आरोप पर है. आशीष मंत्री के छोटे बेटे हैं. आशीष के खिलाफ हत्या और गैर इरादतन हत्या की धारा में मामला दर्ज किया गया है. आईजी रेंज लक्ष्मी सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर नामजद आशीष मिश्र मोनू और 15-20 अज्ञात के खिलाफ दफा 147, 148, 149, 302, 130 बी, 304 ए के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.
अजय मिश्र टेनी से नाराज थे किसान
बतादें कि कृषि कानूनों और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी ने हफ्ते भर पहले किसानों पर टिप्पणी की थी. जिससे किसान काफी नाराज़ हो गए थे. और रविवार को अजय मिश्र टेनी अपने गांव एक कार्यक्रम में पहुँच रहे थे उनके साथ डिप्टी CM केशव प्रसाद मौर्या भी आने वाले थे लेकिन किसानों से सुबह से भी वहां प्रदर्शन शुरू कर दिया था.
चार किसानों समेत 8 लोगों की मौत
कार्यक्रम के दौरान ही तिकुनिया कस्बे में विरोध कर रहे किसानों और मंत्री के बेटे के बीच हिंसक झड़प हो गई. इस बवाल के दौरान मंत्री के बेटे आशीष की गाड़ी से कुचलकर चार किसानों समेत 8 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए. गुस्साए किसानों ने जानबूझकर गाड़ी चढ़ाने का आरोप लगाते हुए मंत्री के बेटे की गाड़ियों में तोड़फोड़ करते हुए आग लगा दी थी.
वहीं दस से ज्यादा घायल किसानों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. किसान तेजिंदर सिंह विर्क की हालत गंभीर बताई जा रही है. इसके बाद किसानों ने कस्बे के इंटर कॉलेज में मृत किसानों के शव रखकर धरना शुरू कर दिया था और देर रात तक आसपास के जिलों से भी हजारों की संख्या में किसान धरनास्थल पर पहुंच गए.
अजय मिश्र और उनका बेटा बोला
धरने पर बैठे अखिलेश ने कहा कि किसानों पर अंग्रेजों के शासन से भी ज्यादा जुल्म भाजपा सरकार कर रही है. उन्होंने केंद्रीय गृहराज्य मंत्री के इस्तीफे और किसानों को 2-2 करोड़ का आर्थिक सहायता देने की भी मांग की है. उधर केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी ने कहा कि हंगामे के दौरान चालक को पत्थर लगने से गाड़ी अनियंत्रित होकर किसानों पर चढ़ने से हादसा हुआ. और उनके बेटे आशीष ने कहा कि वो खुद गाड़ी में नहीं थे. उनके कार्यकर्ता तीन वाहनों से उपमुख्यमंत्री के स्वागत के लिए जा रहे थे.