रेडक्रॉस बीएमसी का प्रभार दूसरे डॉक्टर को, अधीक्षिका के खिलाफ जांच शुरू
– अधीक्षिका को हटाने की मांग पर अड़े हैं कर्मचारी
– सीएमओ कार्यालय से चार अफसरों ने पहुंचकर की जांच
लखनऊ। कैसरबाग के रेडक्रॉस स्थित बीएमसी में अधीक्षिका के अभद्र व्यवहार से कर्मचारी और डॉक्टर तक क्षुब्ध हैं। अधीक्षिका के खिलाफ मिली शिकायतों को देखते हुए गुरुवार को सीएमओ कार्यालय से चार अफसरों की एक टीम बीएमसी पहुंची। यहां सभी कर्मचारियों, डॉक्टरों से बयान लिए गए। उधर, आरोपी अधीक्षिका डॉ. वंदना सिंह के अचानक छुट्ट चले जाने पर बीएमसी का प्रभार सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल की ओर से वहीं पर तैनात चिकित्सा अधिकारी डॉ. रितेश द्विवेदी को दे दिया गया है।
अभद्रता, हाथापाई की शिकायत
रेडक्रॉस बीएमसी की अधीक्षिका डॉ. वंदना सिंह पर डाटा ऑपरेटर इरशाद आलम और एक वरिष्ठï नर्स के साथ अभद्रता, हाथापाई तक की शिकायत सीएमओ से हुई है। बुधवार को अधीक्षिका के आचरण के खिलाफ बीएमसी पर कार्य बहिष्कार करते हुए आंदोलन किया गया था। कर्मचारियों के आक्रोश को देखते हुए गुरुवार को सीएमओ कार्यालय से गठित एक कमेटी जांच के लिए बीएमसी रेडक्रॉस पहुंची। इस टीम में एसीएमओ डॉ. अभिलाषा, डॉ.आरबी सिंह, डॉ.राजेंद्र चौधरी, डॉ.केडी मिश्रा शामिल रहे। इन चारों अफसरों ने अलग-अलग कर्मचारियों, डॉक्टरों आदि से पूछताछ की। अधीक्षिका से जुड़े दस्तावेज और ब्योरा जुटाया है। बयान में पूरा अस्पताल अधीक्षिका के खिलाफ ही मिला है। दस्तावेज में यह भी सामने आया है कि अधीक्षिका छुट्टïी पर होने के बाद भी अपनी ड्यूटी दिखाते हुए रजिस्टर पर हस्ताक्षर करती हैं।चारों अफसरों ने काफी देर तक बीएमसी में रहकर जांच की। उसके बाद साक्ष्य और बयान लेकर वापस चले गए।
अधीक्षिका के छुट्टïी पर
अधीक्षिका के छुट्टïी पर जाने और प्रभार रितेश को दिए जाने पर कर्मचारियों ने गुरुवार को कामकाज जारी रखा। कर्मचारियों और डॉक्टरों के बयान व रुख और जुटाए गए साक्ष्यों को देखते हुए माना जा रहा है कि अधीक्षिका के खिलाफ कार्रवाई तय है। आला अफसरों की रिपोर्ट के बाद सीएमओ स्तर से इस मामले में कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल अभी सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल का कहना है कि मामले की जांच चल रही है। रिपोर्ट व साक्ष्य के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।