विजय रथ यात्रा में बोले अखिलेश, जब-जब विजय यात्रा निकली है, तब-तब प्रदेश में परिवर्तन आया
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कानपुर से विजय रथ यात्रा का शंखनाद कर दिया है. 4 जिलों से गुजरने वाली इस यात्रा को नोटबंदी के दौरान बैंक की लाइन में जन्मे खजांची नाम के बच्चे ने हरी झंडी दिखाई है. इस दौरान अखिलेश ने उसे गोद में भी उठाया.
कानपुर एक औद्योगिक शहर है
कानपुर से विजय रथ यात्रा शुरू करते हुए अखिलेश ने कहा कि ये जिला इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि सपा ने लगातार यहां विकास किया है. कानपुर एक औद्योगिक शहर है. मगर आज यहां के कारोबार ठप हैं. ये वो शहर है, जो न केवल रोजगार दे सकता है, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने का काम कर सकता है. यहां के कारखाने शुरू हों तो व्यापार बढ़ेगा और रोजगार के अवसर पैदा होंगे.
किसानों, बुजुर्गों का आशीर्वाद लेंगे अखिलेश
प्रदेश में जब-जब सपा की विजय यात्रा निकली है, तब-तब प्रदेश में परिवर्तन आया है. रथयात्रा के माध्यम से किसानों, बुजुर्गों का आशीर्वाद लेंगे. अखिलेश ने कहा कि लखीमपुर में किसानों के साथ कानून को भी कुचला गया है. ऐसे में अब लगता है कि संविधान को कुचलकर धज्जियां उड़ाने की तैयारी है. उनका प्रतिनिधिमंडल लखीमपुर पीड़ित परिवारों से मिलने गया है.
कानपुर-लखनऊ हाईवे जाम
बतादें कि रथयात्रा लेकर अखिलेश घाटमपुर होते हुए बुंदेलखंड के जनपदों में भ्रमण करेंगे और जनता के बीच अपनी उपलब्धियों के साथ भाजपा सरकार की खामियां बताएंगे. वहीं विजय यात्रा को लेकर जाजमऊ गंगा पुल पर भारी संख्या में कार्यकर्ताओं की भीड़ एकत्र है. कानपुर-लखनऊ हाईवे पर जाम के कारण यातायात रेंग रहा है. पुलिसकर्मी वाहनों को एक-एक लेन से गुजारकर यातायात सुचारु करने की कोशिश कर रहे हैं.
190 किलोमीटर की यात्रा
सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम भी साथ हैं. 190 किलोमीटर यात्रा का ये सफर कानपुर गंगापुल से नौबस्ता फिर नवेली निगनाहट बिजली घर घाटमपुर इसके बाद रथ यात्रा हमीरपुर पहुंचेगी. यही पर अखिलेश रात रुकेंगे. 13 अक्टूबर को हमीरपुर से कुरारा होते हुए जालौन के कालपी रथ पहुंचेगा. वहां से कानपुर देहात के माती रवाना होगा.