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पीएम मित्र पार्क में अब तक मिले 5 हजार करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्ताव

हैंडलूम एंड टेक्सटाइल डिपार्टमेंट ने अब तक 95 इंडस्ट्रियल यूनिट्स के साथ किया एमओयू

आदित्य बिरला ग्रुप, अजूल डेनिमकार्ट और टीटीएल जैसी कंपनियां निवेश की इच्छुक

निवेश को धरातल पर उतारने के लिए 567 एकड़ भूमि की आवश्यकता को किया जा रहा पूरा

योगी सरकार की औद्योगिक नीति का असर, यूपी बनेगा भारत का टेक्सटाइल हब

राजधानी लखनऊ और हरदोई में 1000 एकड़ में बन रहा पीएम मित्र पार्क

1 लाख से अधिक युवाओं को मिलेगा रोजगार, कनेक्टिविटी और इंफ्रास्ट्रक्चर से बढ़ेगा निवेश

लखनऊ, 4 अक्टूबर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में औद्योगिक विकास को गति देने की दिशा में उत्तर प्रदेश निरंतर प्रयास कर रहा है। योगी सरकार का लक्ष्य है कि उत्तर प्रदेश को “भारत का टेक्सटाइल हब” बनाया जाए, जहां से तैयार उत्पाद देश ही नहीं बल्कि वैश्विक बाजारों तक पहुंच सकें। पीएम मित्र पार्क इस दिशा में राज्य के लिए गेमचेंजर साबित होने जा रहा है। लखनऊ और हरदोई जिले में विकसित हो रहे पीएम मित्र पार्क में निवेश को लेकर उत्साह लगातार बढ़ रहा है। अब तक 5 हजार करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं, जो राज्य सरकार की औद्योगिक नीतियों पर निवेशकों के भरोसे को दर्शाता है।

यूपी को टेक्सटाइल हब बनाने को तैयार दिग्गज कंपनियां
जानकारी के अनुसार हैंडलूम एवं टेक्सटाइल विभाग की ओर से अब तक 95 औद्योगिक इकाइयों के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) साइन किए जा चुके हैं। इनमें देश-विदेश की कई बड़ी कंपनियां शामिल हैं, जो उत्तर प्रदेश को टेक्सटाइल उद्योग का नया केंद्र बनाने की दिशा में काम करेंगी। आदित्य बिरला ग्रुप ने 30 एकड़ भूमि में स्पिनिंग और वीविंग यूनिट स्थापित करने की इच्छा जताई है। वहीं, जीईएसएल स्पिनर्स 20 एकड़ में टेक्निकल टेक्सटाइल यार्न यूनिट लगाने की योजना बना रहा है। इसके अलावा, अजूल डेनिमकार्ट 15 एकड़ में डेनिम फैब्रिक यूनिट, एसएवीएम इंक डी 25 एकड़ में गारमेंट मैन्युफैक्चरिंग, जियोसिस इंडिया 25 एकड़ में जियोग्रिड टेक्निकल टेक्सटाइल्स, और टीटी लिमिटेड 5 एकड़ में गारमेंट यूनिट लगाने जा रही हैं।

इतना ही नहीं, आरजीआई मेडिटेक 2.5 एकड़ में सैनिटरी नैपकिन्स और डायपर्स यूनिट, वीडी ग्रुप 10 एकड़ में पॉलीप्रोपिलीन फैब्रिक यूनिट, माराल ओवरसीज 5 एकड़ में गारमेंट मैन्युफैक्चरिंग, और ओखला गारमेंट एंड टेक्सटाइल क्लस्टर 125 एकड़ में गारमेंट मैन्युफैक्चरिंग हब स्थापित करने की दिशा में अग्रसर है।

एक लाख से अधिक लोगों को मिलेगा रोजगार
यह महत्वाकांक्षी परियोजना कुल 1000 एकड़ भूमि पर विकसित की जा रही है, जिसमें 730 एकड़ लखनऊ जनपद और 270 एकड़ हरदोई जनपद में शामिल हैं। पार्क के निर्माण के बाद 10 हजार करोड़ रुपये से अधिक निवेश आकर्षित होने की संभावना है, जिससे 1 लाख से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। पार्क के संचालन एवं प्रबंधन के लिए ‘पीएम मित्र पार्क उत्तर प्रदेश लिमिटेड’ नाम से एक एसपीवी का गठन किया गया है। इसमें 51 प्रतिशत हिस्सेदारी उत्तर प्रदेश सरकार की और 49 प्रतिशत भारत सरकार की होगी। यह व्यवस्था सुनिश्चित करेगी कि परियोजना का संचालन पारदर्शी, समयबद्ध और कुशल ढंग से हो।

बेहतर कनेक्टिविटी बढ़ा रही निवेशकों में उत्साह
कनेक्टिविटी की दृष्टि से भी यह पार्क अत्यंत उपयुक्त स्थान पर स्थित है। लखनऊ एयरपोर्ट से इसकी दूरी मात्र 45 किलोमीटर, मलिहाबाद रेलवे स्टेशन से 15 किलोमीटर, और लखनऊ जंक्शन से 40 किलोमीटर है। वहीं, नेशनल हाईवे (लखनऊ–हरदोई–दिल्ली) केवल 15 किलोमीटर और आउटर रिंग रोड 20 किलोमीटर की दूरी पर है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पीएम मित्र पार्क न केवल उत्तर प्रदेश को टेक्सटाइल उद्योग का केंद्र बनाएगा, बल्कि यह ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘मेक इन इंडिया’ की दिशा में भी राज्य को अग्रणी बनाएगा। सरकार का कहना है कि इस पार्क से न सिर्फ औद्योगिक विकास को गति मिलेगी, बल्कि ग्रामीण अंचलों में भी आर्थिक गतिविधियां और रोजगार सृजन में तेजी आएगी।

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