अखिलेश यादव पर भरोसा जताते हुए सपा में बड़ी जिम्मेदारी मिलने की उम्मीद लगा बैठे हैं शिवपाल
लखनऊ । संभल में कल्कि महोत्सव के उद्घाटन समारोह में पहुंचे प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने बड़ा बयान दिया है. शिवपाल यादव ने कहा कि उन्हें समाजवादी पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी मिलने का इंतजार है. साथ ही उन्होंने सपा के कद्दवार नेता आजम खां को बड़ा नेता बताया है. उन्होंने कहा कि सभी राजनीतिक दलों के नेता आजम खां जैसे बड़े लीडर को लोकसभा और विधानसभा में देखना चाहते हैं.
आजम को बताया पसंदीदा नेता-
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव बीते मंगलवार की रात संभल के एंचोडा कमबोह में कल्कि महोत्सव के उद्घाटन समारोह में शामिल होने पहुंचे थे. इस दौरान शिवपाल ने मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी में उन्हें बड़ी जिम्मेदारी मिलने का इंतजार है. उन्होंने इस दौरान आजम खां की जमकर तारीफ भी किया. उनको पसंदीदा नेता बताया.
पार्टी को कर रहे मजबूत –
प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल यादव ने गुजरात में मोबरी पुल हादसे के मामले में प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि गुजरात में मोरबी पुल हादसा सरकार की बड़ी लापरवाही का मामला है. इस मामले में हादसे के लिए जिम्मेदार बड़े अफसरों और संबंधित विभाग के मंत्री को तुरंत बर्खास्त किया जाना चाहिए. वह समाजवादी पार्टी से निकाले गए उन लोगों को जिन्हें कोई नहीं पूछ रहा.उन्हें और समाज के सभी अगड़े पिछड़े लोगों को इकट्ठा कर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी को मजबूत करने का काम कर रहे हैं, ताकि अगले चुनाव में अपनी पार्टी की सरकार बना सकें.
लक्ष्मी आस्था का नहीं आर्थिक व्यवस्था का मुद्दा: प्रमोद कृष्णम
कल्कि पीठाधीश्वर प्रमोद कृष्णम ने सपा सांसद बर्क के शफीकुर्रहमान बर्क के विवादित बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क के शरीर में बाबर की आत्मा है. बाबर की यह आत्मा सपा सांसद के शरीर में रूह बनकर घूमती रहती है. उन्होंने नोटों पर गणेश लक्ष्मी की तस्वीर छापे जाने की अरविंद केजरीवाल की मांग का समर्थन किया है. आचार्य प्रमोद कृष्णम ने अरविंद केजरीवाल की इस मांग के मामले में प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि लक्ष्मी की जरूरत सभी को होती है .इसलिए लक्ष्मी सिर्फ हिंदूओ की ही नहीं है बल्कि सभी धर्म और जाति के लोगों की है. लक्ष्मी आस्था का नहीं आर्थिक व्यवस्था का मुद्दा है.