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आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति से गंभीर बीमारियों का उपचार सम्भव : आराधना शुक्ला


23 अक्टूबर को होगा हर दिन हर घर आयुर्वेद कार्यक्रम

लखनऊ। आगामी 23 अक्टूबर को आयुर्वेद दिवस के अवसर पर ‘ हर दिन हर घर आयुर्वेद ’ कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा। यह निर्देश आयुष मंत्रालय ने जारी किये है। उक्त आदेश के क्रम में प्रदेश में सभी चिकित्सालय व चिकित्सा महाविद्यालय द्वारा जागरूकता रैली, वाद-विवाद प्रतियोगिताएं, व्याख्यान माला, चिकित्सा शिविर एवं जांच शिविर आयोजित किये जायेंगे।

यह जानकारी देते हुए मंगलवार को अपर मुख्य सचिव आयुष आराधना शुक्ला ने बताया कि हर दिन हर घर आयुर्वेद , कार्यक्रम में आयुष के प्रति जागरूकता एवं जन भागीदारी सुनिश्चित करने का प्रयास किया जायेगा। उन्होंने बताया कि आयोजन का मुख्य उद्देश्य आम जनमानस को स्वस्थ एवं निरोगी रहने के प्रति जागरूक करना है। साथ ही पर्यावरण सुरक्षा के प्रति भी जागरूक बनाना है। आराधना शुक्ला न बताया कि हमारी रसोई में उपलब्ध खाद्य मसालों जैसे- लौंग, इलाइची, काली मिर्च, जीरा, अजवाइन, तेजपत्ता, सौंठ व जायफल आदि औषधियां हैं जो हमे विभिन्न बीमारियों से सुरक्षित रखती हैं। इसलिए कार्यक्रम के माध्यम से जागरूक किया जायेगा कि भोजन में मसालों की कितनी उपयोगिता है। साथ ही कार्यक्रम में स्वस्थ्य रहने के लिए आदर्श जीवन शैली के प्रति भी जानकारी दी जायेगी। एसीएस ने बताया कि वृद्धावस्था में होने वाले रोगों का आयुर्वेद में बेहतर उपचार उपलब्ध है, मानसिक आरोग्य में आयुर्वेद की खासी भूमिका है।

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