आधे से ज्यादा 205 आरोपी विधायक पहुँच गए विधानसभा सदन में
लखनऊ। नई विधानसभा में बैठने वाले 403 विधायकों में 205 विधायक अपराधिक किस्म के बैठेंगे, अर्थात 51 प्रतिशत विधायक होंगे, जिन पर आईपीसी की विभिन्न धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं। सबसे ज्यादा विधायक सत्ताधारी पार्टी बीजेपी के 111 विधायक होंगे, दूसरे नंबर पर 71 विधायक समाजवादी पार्टी के हैं। वहीं कांग्रेस, बसपा व जनसत्ता दल लोकतांत्रिक दल हैं, जिनके सभी विधायकों पर मुकदमें दर्ज हैं। यह जानकारी उप्र इलेक्शन वॉच एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म के संतोष श्रीवास्तव ने दी।
भाजपा के 111, सपा के 71 विधायकों पर आईपीसी की विभिन्न धाराओं में मुकदमें दर्ज
संतोष श्रीवास्तव ने बताया कि उप्र विधानसभा चुनाव 2022 में सभी 403 विजेता उम्मीदवारों के शपथपत्रों का विश्लेषण किया है। जिसमें ज्ञात हुआ कि 205 विजेता विधायकों पर मुकदमे दर्ज हैं, इनमें 158 (39 %) विधायकों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। गंभीर धाराओं की बात करें तो 5 विधायकों पर हत्या (आईपीसी-302) के मामले दर्ज हैं, 29 विधायकों पर हत्या का प्रयास (आईपीसी-307) के मामले दर्ज है, साथ ही 6 विधायकों पर बलात्कार व महिलाओं पर अत्याचार मामले दर्ज है।
बीजेपी के 255 में से 111 (44 %)
उन्होंने बताया कि वर्ष 2017 में 402 में से 143 (36%) विधायक आरोपी थे और 107 (26%)गंभीर धाराओं के आरोपी थे। संयोजक संतोष ने बताया कि अपराधी विधायकों की बात दलवाद करें तो ज्ञात हुआ कि सदन में बीजेपी के 255 में से 111 (44 %), समाजवादी पार्टी के 111 विधायकों में से 71 (64 %), आरएलडी के 8 में से 7 विधायक (88 %), सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के 6 में से 4 (67 %), निर्बल इंडियन शोषित हमारा अपना दल के 6 में से 4 (67%) विधायक, अपना दल (सोने लाल) के 12 में से 3 (25 %) जनसत्ता दल लोकतान्त्रिक के 2 (100%) काग्रेस के 2 (100 % ) और बसपा के एक मात्र विधायक पर भी गंभीर धाराओं पर मामले दर्ज हैं।