हम किसी भी क्षेत्र में कार्य करें, राष्ट्रहित सर्वोपरि होना चाहिए: डॉ. अजय वर्मा
लखनऊ। सेना का एक जवान अपने राष्ट्र के लिए सब कुछ बलिदान करता है, उसी प्रकार हम चाहें किसी भी क्षेत्र में कार्य करें, हमारे के लिए राष्ट्रहित ही सर्वोपरि होना चाहिए। हमें जाति, धर्म और बिना भेदभाव के कार्य करना चाहिए। यह बात विशिष्ट अतिथि केजीएमयू के चिकित्सक डॉ. अजय वर्मा ने आजादी के अमृत महोत्सव पर आयोजित राष्ट्रहित सर्वोपरि कार्यक्रम के 13वें अंक में बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि आज हम देश की आजादी का 75वां वर्ष अमृत महोत्सव के रूप में मना रहे हैं, लेकिन आजादी हमें कितने संघर्षों व वीर सेनानियों के बलिदान के बाद मिली, यह युवा पीढ़ी को बताने की जरूरत है। इसके साथ ही हम उन बलिदानियों से प्रेरणा लेकर अपने-अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान दें, तभी हम उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दे पाएंगे।
विविधता में एकता हमारे देश की सबसे बड़ी ताकत है
निरालानगर स्थित सरस्वती कुंंज में विद्या भारती, एकल अभियान, इतिहास संकलन समिति अवध, पूर्व सैनिक सेवा परिषद एवं विश्व संवाद केन्द्र अवध के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में मेजर जनरल ए.के. चतुवेर्दी ने कहा कि विविधता में एकता हमारे देश की सबसे बड़ी ताकत है, इसे एकजुट बनाए रखना हमारी सबसे बड़ी जीत है। हमें स्वयं के हित से पहले उन लोगों की सुरक्षा और हित के बारे में सोचना चाहिए, जो हम पर आश्रित हैं। किसी भी क्षेत्र में नेतृत्व करते समय हमें अपने साथियों का ध्यान रखना चाहिए, यही अच्छे नेतृत्वकर्ता का गुण है।
मौजूद रहे
प्रोफेसर (मेजर) आर. के. शुक्ला, कार्यक्रम अध्यक्ष विद्या भारती उमाशंकर, प्रभाग उपाध्यक्ष मनोज मिश्रा, अवध प्रांत के सदस्य डॉ. गिरिजेश त्रिपाठी ,प्रचार प्रमुख सौरभ मिश्रा,विंग कमांडर अभिषेक मतिमान, कर्नल अनिल आहूजा, श्रीमती रेनू चतुवेर्दी, सह प्रचार प्रमुख भास्कर दूबे, सत्यानंद पाण्डेय , कार्यक्रम संयोजक डॉ. मुकेश वर्मा, 63 यूपी राष्ट्रीय कैडेट कोर बटालियन, लखनऊ के कैडेट्स सहित कई लोग मौजूद रहे।