उत्तर प्रदेशराजनीति
किसानों को धोखा देना चाहती है भाजपा सरकार : अखिलेश यादव
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा के सभी निर्णय जनविरोधी हैं। नोटबंदी-जीएसटी ने अर्थव्यवस्था को बर्बाद किया, व्यापार-धंधा चौपट हो गया है। तीन काले कृषि कानून लाकर किसान और खेती को व्यापारिक घरानों का बंधक बनाने की साजिश हुई। जनता महंगाई से और नौजवान बेरोजगारी से परेशान हैं। भाजपा ने जनहित में कोई काम नहीं किया।
भाजपा की नीयत में खोट है
अखिलेश यादव ने रविवार को पार्टी कार्यालय, लखनऊ में कहा कि किसानों के आंदोलन से डरी हुई भाजपा द्वारा तीन कृषि कानूनों की वापसी की घोषणा उसकी चतुराई है। उसकी नीयत में खोट है। स्वयं उनकी पार्टी के नेता ही यह कह रहे हैं कि भाजपा सरकार फिर कृषि बिल ला सकती है। किसान समझ रहे हैं कि उन्हें भाजपा सरकार धोखा देना चाहती है। वह इसीलिए तत्काल आंदोलन वापस नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा किसानों की हितैषी नहीं, विरोधी है। उसने किसानों की फसल की एमएसपी पर ही बिक्री से अभी तक किनारा कर रखा है। सपा सरकार ने मंडी की स्थापना की थी और सड़के बनाई थीं ताकि किसान अपनी फसल सुगमता से बेच सके। भाजपा के कानूनों से मंडियां ही बेकार हो गई।
जहां पीएम पधारें हैं वह सिग्नेचर बिल्डिंग सपा ने बनवाई थी
भाजपा की राज्य सरकार में एक यूनिट बिजली का उत्पादन नहीं हुआ। समाजवादी सरकार में लोक भवन का निर्माण हुआ था ताकि वहां से जनता को न्याय मिल सके। जेपी इन्टरनेशनल सेंटर, इकाना स्टेडियम, मेट्रो, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे, अवध शिल्पग्राम, जनेश्वर मिश्र पार्क, समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे ये सभी सपा सरकार की देन है। राजधानी में अभी जहां डीजी कांफ्रेन्स हो रही है और प्रधानमंत्री आए हैं। वह सिग्नेचर बिल्डिंग भी समाजवादी सरकार में बनी थी। जनता को विश्वास है कि समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर ही उनकी तकलीफों का अंत हो सकेगा।