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चिकित्सकों व राज्य कर्मचारियों की पुरानी पेंशन प्रणाली लागू हो : डॉ.सचिन वैश्य


चिकित्सा स्वास्थ्य महासंघ की बैठक में लिया निर्णय
लखनऊ। वर्ष 2005 से लागू न्यू पेंशन स्कीम (एनपीएस) और अस्पतालों में विभिन्न पदों पर आऊटसोर्सिंग से होने वाली भर्ती का विरोध करने के लिए बलरामपुर अस्पताल में चिकित्सा स्वास्थ्य महासंघ उप्र के पदाधिकारियों ने बैठक की और अटेवा के प्रस्तावित विरोध प्रदर्शन को पूर्ण समर्थन देते हुए प्रस्तावित 22 अक्टूबर भारत छोंड़ों पदयात्रा और 21 नवम्बर की शंखनाद रैली में ज्यादा से ज्यादा लोगों के प्रतिभाग करने का निर्णय लिया। उक्त बैठक में लिए निर्णय का ज्ञापन स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ.वेदव्रत सिंह को सौपा।

पदयात्रा, शंखनाद रैली में ज्यादा से ज्यादा लोगों के प्रतिभाग का निर्णय
बैठक की जानकारी देते हुए चिकित्सा स्वास्थ्य महासंघ उत्तर प्रदेश के संरक्षक डॉ.सचिन वैश्य ने बताया कि अटेवा द्वारा पुरानी पेंशन बहाली एवं निजी करण आउटसोर्सिंग संविदा के विरोध में चलाए जा रहे अभियान में महासंघ का समर्थन रहेगा। अटेवा, 22 अक्टूबर को प्रदेश के प्रत्येक जिला मुख्यालय पर पदयात्रा में ज्यादा से ज्यादा संख्या में कर्मचारी एवं अधिकारी शामिल होंगे तथा 21 नवंबर को होने वाली शंखनाद रैली में सभी लोग लखनऊ ज्यादा से ज्यादा संख्या में आयेगे। बैठक के बाद सभी पदाधिकारी महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य को ज्ञापन देने हेतु महानिदेशालय गए। महासंघ के महासचिव व प्रवक्ता अशोक कुमार ने बताया कि महानिदेशक डॉ.सिंह को ज्ञापन सौपने वालों में चिकित्सा स्वास्थ्य महासंघ के साथ राजकीय नर्सेज संघ उप्र, लैब टेक्नीशियन एसोसिएशन उप्र , आॅप्टोमेट्रिस्ट एसोसिएशन उप्र , डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन उप्र, डिप्लोमा फार्मासिस्ट राजपत्रित अधिकारी एशोसियेशन, चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ, डार्क रूमअसिस्टेंट एसोसिएशन उप्र, एक्स-रे टेक्नीशियन एसोसिएशन,चिकित्सा,स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण महानिदेशालय मिनिस्ट्रीयल एशोसियेशन आदि संगठन के पदाधिकारी शामिल थे। जिसमे मुख्य रूप से संरक्षक डॉ. सचिन वैश्य, अध्यक्ष डॉ. अमित सिंह,मंजू सिंह,आईनिस चार्ल्स, सीमा शुक्ला, अरविन्द वर्मा, सर्वेश पाटिल, संदीप बढोला, जे के सचान,सुनील कुमार, कमल श्रीवास्तव, कपिल वर्मा,आर के पी सिंह, महेंद्र श्रीवास्तव, लोग उपस्थित रहे।

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