लखीमपुर हिंसा के मुख्य आरोपी आशीष मिश्र के पिता केंद्रीय राज्य मंत्री (एमओएस) अजय मिश्रा टेनी को केंद्रीय मंत्रिमंडल से हटाने की मांग को लेकर किसान संगठनों का छह घंटे का राष्ट्रव्यापी ‘रेल रोको’ आंदोलन जारी है.
अजय मिश्र को गिरफ्तार करने की मांग
अमृतसर में किसान रेलवे ट्रैक पर ही धरना दे रहे हैं. मोर्चा ने लखीमपुर मामले को नरसंहार बताया है. मोर्चे का कहना है कि लखीमपुर मामले की निष्पक्ष जांच तब तक नहीं हो सकती, जब तक केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र को बर्खास्त नहीं किया जाता. संगठन के नेताओं की मांग है कि मिश्र को मंत्रिमंडल से हटाने के बाद उन्हें गिरफ्तार भी किया जाए.
इन रेल ट्रैफिक पर ज्यादा असर
किसानों के ‘रेल रोको’ आंदोलन के चलते दिल्ली से रोहतक, पानीपत, सोनीपत, कुरुक्षेत्र, कैथल, बहादुरगढ़, अंबाला, जालंधर, लुधियाना, चंडीगढ़, अमृतसर, जम्मू, मेरठ, गाजियाबाद, शामली, सहारनपुर, मुरादाबाद समेत कुछ नजदीकी सेक्शंस पर रेल ट्रैफिक पर ज्यादा असर पड़ा है. बतादें कि रेवाड़ी में किसान दिल्ली-जयपुर हाईवे के जयसिंहपुर खेड़ा बॉर्डर पर 10 महीने से धरना दे रहे हैं. आज किसान राजस्थान की सीमा में अजरका रेलवे स्टेशन पर रेवाड़ी-अलवर रेलवे ट्रैक पर बैठे हैं.
लखनऊ पुलिस ने दी चेतावनी
रेलवे के सीपीआरओ ने कहा है कि आंदोलन की वजह से उत्तर रेलवे जोन में 30 स्थान प्रभावित हुए हैं. इधर लखनऊ पुलिस ने चेतावनी दी है कि किसान संगठन के ‘रेल रोको आंदोलन’ में हिस्सा लेने वालों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई करेगी. लखनऊ पुलिस ने ज़िले में सीआरपीसी की धारा 144 लगाई गई है, अगर कोई सामान्य स्थिति को बाधित करने की कोशिश करता है तो उस पर एनएसए लगाया जाएगा.
वहीं भारतीय किसान यूनियन नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि रेल रोको आंदोलनअलग-अलग जिलों में अलग-अलग जगह होगा. पूरे देश में वहां के लोगों को पता रहता है कि हमें कहां ट्रेन रोकनी है. भारत सरकार ने अभी हमसे कोई बात नहीं की है.