हरियाणा के कुंडली बॉर्डर पर बर्बर तरीके से एक व्यक्ति को मौत के घाट उतारा गया. नृशंस तरीके से पिटाई करने के बाद दाहिना हाथ काटकर बैरिकेड पर उसके शव को बांध कर लटका दिया गया.
दोनों हाथों को रस्सी से बांधकर लटकाया
तीन कृषि कानूनों को रद्द कराने की मांग को लेकर चल रहे धरना स्थल की मुख्य स्टेज के पीछे ही व्यक्ति के दोनों हाथों को बैरिकेड से रस्सी से बांधकर लटकाया गया है. लोगों ने शव को देखकर पूरे मामले से पुलिस को अवगत कराया. हत्या की सूचना के बाद कुंडली थाना पुलिस मौके पर पहुंची तो वहां पर निहंगों ने हंगामा कर दिया. लोगों ने आरोप लगाया है कि धरना स्थल पर ही कुछ लोगों ने घटना को अंजाम दिया है.
मृतक का नाम लखबीर सिंह
युवक की हत्या शुक्रवार तड़के करीब साढ़े 3 बजे हुई थी. मामले के सामने आने के बाद देशभर में हड़कंप मच गया. मृतक की पहचान पंजाब के तरनतारन जिले के गांव चीमा खुर्द निवासी 35 वर्षीय लखबीर सिंह पुत्र हरनाम सिंह के तौर पर हुई है. वो तीन बेटियों का पिता था. फिलहाल उसकी पत्नी बेटियों सहित लखबीर से अलग रह रही है. टीटू की हत्या की खबर मिलते ही उसकी पत्नी जसप्रीत कौर अपनी तीनों बेटियों के साथ ससुराल चीमा खुर्द पहुंची. यहाँ जसप्रीत ने कहा कि उसका पति कभी अकेला अमृतसर तक नहीं गया, उसे आखिर कुंडली बॉर्डर कौन ले गया, इसकी जांच की जानी चाहिए.
एक निहंग ने किया सरेंडर
हत्या के 15 घंटे बाद एक निहंग ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है. समर्पण करने वाले का नाम निहंग सरबजीत बताया जा रहा है. उसने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर हत्या की जिम्मेदारी ले ली है. इसके साथ ही किसान आंदोलन वाली जगह पर एक बार फिर गहमागहमी बढ़ गई है. उसने जिम्मेदारी लेते हुए कहा है कि उसने ही लखबीर सिंह की हत्या की. ये किसान आंदोलन का नहीं, बल्कि गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी का मामला है. उसने धार्मिक ग्रंथ की बेअदबी की थी, जिसके बाद उसे मारा गया. बलविंदर ने वीडियो में बताया कि यदि कोई और शख्स भी बेअदबी करेगा तो उसके साथ भी ऐसा ही सुलूक किया जायेगा. अब पुलिस वीडियो के जरिए से सरवजीत सिंह की पहचान करेगी. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है और मेडिकल कराने के बाद शनिवार को उसे अदालत में पेश करेगी.
लखबीर के पडोसी और बहन राज कौर ने बताया
वहीं लखबीर के पड़ोस में रहने वाली सविंदर कौर, कंवलजीत कौर ने बताया कि मामले की उच्चस्तरीय जांच की जानी चाहिए. टीटू पर धार्मिक बेअदबी करने का आरोप सरासर झूठा है. उसने कभी भी किसी ग्रामीण को तंग नहीं किया. मृतक की बहन राज कौर ने बताया कि गांव चीमा में आने के बाद लखबीर निहंगों के साथ उठता-बैठता था. वो 13 अक्टूबर को मंडी जाने की बात कह कर घर से निकला था. ऐसा शक है कि कोई उसे पैसों का लालच देकर या बहका कर दिल्ली साथ ले गया हो.