केजीएमयू कर्मचारी 6 सितंबर को ओपीडी बंद करने की तैयारी में, नही रूकेगा आन्दोलन
लखनऊ। केजीएमयू कर्मचारी का संवर्गीय पुनर्गठन न होने के विरोध में केजीएमयू कर्मचारियों ने कर्मचारी परिषद के आहृवान पर आगामी 6 सितम्बर को ओपीडी बंद कर प्रशासनिक कार्यालय का घेराव करने का निर्णय लिया है। कर्मचारी परिषद के महामंत्री अनिल कुमार का कहना है कि बीते 5 अगस्त को शासन व प्रशासन स्तर पर संयुक्त वार्ता में आश्वासन दिया गया था कि 33 संवर्गो का प्रस्ताव होने वाली दो कैबिनेट बैठकों में रखा जायेगा, और शासनादेश जारी कर दिया जायेगा। मगर तीन कैबिनेट बैठक संपन्न हो चुकी हैं, प्रस्ताव ही नही भेजा गया है। अंत: आन्दोलन नही रूकेगा और आन्दोलन की शुरुआत ओपीडी बंद से की जायेगी। हलांकि इमरजेंसी सेवाएं यथावत जारी रहेंगी।
33 संवर्ग के प्रस्ताव विचाराधीन हैं, उन पर कोई कार्रवाई नही हो रही है
कर्मचारी परिषद अध्यक्ष विकास सिंह ने बताया कि बीते 6 वर्षो से संवर्ग पुनर्गठन की मांग होती आई है। हर बार आश्वासन दिया जा रहा है। बीते वर्ष में कुल 40 संवर्गो में केवल 7 का पुनर्गठन कर आदेश जारी हुये थे, शेष 33 संवर्ग के प्रस्ताव विचाराधीन हैं, उन पर कोई कार्रवाई नही हो रही है। संवर्ग पुनर्गठन न होने से कर्मचारियों का आर्थिक नुकसान हो रहा है। कर्मचारी परिषद की आम बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि 6 सितम्बर को ओपीडी बंद करने के साथ आन्दोलन शुरु किया जायेगा, इसके बाद सभी कर्मचारी प्रशासनिक भवन का घेराव करेंगे। फिर भी शासनादेश न जारी हुआ तो आगे की रणनीति बनाते हुए पूर्ण कार्यबहिस्कार को बाध्य होंगे। महामंत्री अनिल कुमार ने बताया कि कर्मचारी परिषद ने बुधवार को विरोध प्रदर्शन व आन्दोलन की चेतावनी संबन्धी पत्र केजीएमयू प्रशासन को प्रेषित किया था, जिसके बाद गुरुवार को कुलसचिव ने आन्दोलन को स्थागित करने का अनुरोध किया है, मगर कर्मचारियों की राय है कि आन्दोलन बिना शासनादेश के नही थमेगा।