लखीमपुर हिंसा: आशीष और उसके आरोपी दोस्त को लेकर घटना का री-क्रिएशन कराने निकली SIT
लखीमपुर हिंसा को लेकर आये दिन आरोपियों की धरपकड़ और खुलासे हो रहे हैं. मुख्य आरोपी आशीष का दोस्त अंकित दास भी गिरफ्तार कर लिया गया है. आज पुलिस ने रिमांड पर भी ले लिया है.
अंकित दास, मैनेजर और सिक्योरिटी गार्ड गिरफ्तार
बुधवार को अंकित दास खुद 6 वकीलों के साथ क्राइम ब्रांच पहुंचे थे और सरेंडर किया था. 5 घंटे की पूछताछ के बाद अंकित ने फॉर्च्यूनर में बैठे होने ही बात स्वीकारी थी. इसके बाद पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था. और आज सुबह ही अंकित दास और उसके मैनेजर व सिक्योरिटी गार्ड लतीफ उर्फ काले की तीन दिन की पुलिस रिमांड शुरू हो गई है.
घटनास्थल पर सीन का रिक्रिएशन
इसके बाद टीम तीनों आरोपियों को लेकर क्राइम ब्रांच के दफ्तर पहुंची है. जहाँ आशीष मिश्र मोनू को पहले से ही रखा गया है. जांच टीम मुख्य आरोपी आशीष मिश्र समेत सभी को घटनास्थल पर ले जाकर सीन का रिक्रिएशन कराएगी. SIT का जांच में फोकस अब इस बात पर है कि वारदात के दिन कैसे और क्या क्या हुआ था. शुरुआत कहां से हुई और खात्मा कहां पर हुआ था. ये सब जानने के लिए एसआईटी के मुखिया डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल, बाराबंकी पीएसी के सेनानायक आईपीएस सुनील कुमार सिंह सीओ संजय नाथ तिवारी अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह समेत पुलिस का भारी लाव लश्कर घटनास्थल की ओर रवाना हो गया है.
अंकित दास का कुबूलनामा
जानकारी के मुताबिक SIT की टीम सभी आरोपियों का आमना सामना कराएगी और इस दौरान उनके बयानों का क्रास वेरिफिकेशन करेगी. SIT की पूछताछ में अंकित दास ने बताया कि घटना के बाद डर कर वो लखनऊ स्थित घर आया फिर पुलिस की दबिश के डर से होटल चल गया था. फिर वहां से एक दोस्त की गाड़ी लेकर नेपाल चला गया था और जब टीवी पर आशीष की गिरफ्तारी की जानकारी मिली तो वकील से संपर्क कर क्राइम ब्रांच में हाजिर हुआ.