सुप्रीम कोर्ट ने घटना को संज्ञान लिया है, उम्मीद है प्रभावित परिवारों को न्याय मिलेगा
पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव लखीमपुर खीरी पहुंचे और पीड़ित परिवारों से मुलाकात की. और मृतक पत्रकार रमन कश्यप के परिवार वालों से भी मुलाकात की.
कार्यरत जज से कराई जानी चाहिए जाँच
परिवारों से मिलने के बाद अखिलेश यादव ने कहा कि लखीमपुर खीरी कांड की जांच अवकाश प्राप्त न्यायाधीश से नहीं, बल्कि कार्यरत जज से कराई जानी चाहिए. इसके बाद ही पीडि़त किसान परिवारों को न्याय मिल सकेगा. एफआइआर के बाद भी अभी तक आशीष की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री ने अभी तक अपने पद से इस्तीफा क्यों नहीं दिया.
अखिलेश ने सवाल उठाते हुए पूछा-
बीजेपी सरकार से किसी भी मामले में न्याय की उम्मीद नहीं है. इनकी कथनी व करनी में बहुत अंतर है. अखिलेश ने सवाल उठाते हुए पूछा कि बताओ लखनऊ में मल्टीनेशनल कंपनी के अधिकारी के साथ क्या हुआ ? झांसी में पुष्पेंद्र मार दिया गया, उसके भी परिवार को आज तक न्याय नहीं मिला. कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता की गोरखपुर के होटल में पीट-पीटकर हत्या कर दी गई और अभी तक उस परिवार को न्याय नहीं मिला. आरोपित पुलिस वाले फरार हैं. क्या वे बिना पुलिस की मदद के फरार हैं. एक आइपीएस अधिकारी भी फरार है. भाजपा सरकार में सब ऐसे ही चल रहा है.
सुप्रीम कोर्ट से है उम्मीद
लखीमपुर खीरी में पुलिस, मंत्री के इशारे पर काम कर रही है. पुलिस क्या जांच करेगी वो तो पहले मंत्री को सैलूट मारेगी. सम्मन के साथ गुलदस्ते भेजे जा रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट ने इस घटना का संज्ञान लिया है, अब उम्मीद की जा सकती है कि प्रभावित परिवारों को न्याय मिलेगा. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी को इस्तीफा दे देना चाहिए.