पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को लेकर लगाए जा रही सियासी अटकलों को उन्होंने खुद साफ़ कर दिया है. अमरिंदर पिछले तीन दिनों से दिल्ली में सक्रिय हैं.
मुझे और अधिक अपमान सहन नहीं हो रहा
मीडिया से बातचीत में अमरिंदर सिंह ने कहा कि वो कांग्रेस छोड़ देंगे. इसके साथ उन्होंने ये भी कहा कि वे भाजपा में शामिल नहीं होंगे. इसके बाद में कैप्टन अमरिंदर सिंह दिल्ली से चंडीगढ़ के लिए रवाना हो गए हैं. उन्होंने कहा कि मुझे और अधिक अपमान सहन नहीं हो रहा है. पंजाब में कांग्रेस का पतन हो रहा है और नवजोत सिंह सिद्धू बचकाना हरकत कर रहा है. अगर सिद्धू का रवैया इसी तरह से रहा तो वो दिन दूर नहीं जब कांग्रेस पंजाब से खत्म हो जाएगी.
बतादें कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 18 सितंबर को पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. इस्तीफा देने के बाद उन्होंने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के साथ कांग्रेस नेतृज्व पर निशाना साधा था. कहा था कि कांग्रेस नेतृत्व ने उनको अपमानित किया है और वो इससे आहत हैं.
अजीत डोभाल से की मुलाकात
इससे पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह दिल्ली में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के आवास पर उनसे मिलने पहुंचे. कैप्टन अमरिंदर ने डोभाल काे सीमा पार से पाकिस्तान की ओर से पंजाब की सुरक्षा के लिए पैदा हो रही चुनौतियों और खतरे के बारे में अवगत कराया. उन्होंने डोभाल से इस बारे में कारगर कदम उठाने का भी अनुरोध किया.
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की थी. कैप्टन अमरिंदर ने अमित शाह से 45 मिनट की मुलाकात के बाद ट्वीट कर जानकारी दी की कि उनकी केंद्रीय गृहमंत्री से किसान आंदोलन को लेकर चर्चा हुई. उन्होंने अमित शाह से तीन केंद्रीय कृषि कानूनों को तुरंत निरस्त करके संकट को हल करने का आग्रह किया था.