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सेंट्रल हॉल और जनपान ग्रह मे प्रवेश प्रतिबंध हटाने के लिए वि.सभा अध्यक्ष सतीश महाना को एनयूजे का ज्ञापन

वि.सभा के सेन्ट्रल हॉल व जलपान गृह में प्रतिबंधित करना पत्रकारों की गरिमा विपरीत है

लखनऊ । विधानसभा प्रशासन द्वारा सेन्ट्रल हॉल एवं जलपान गृह में पत्रकारों के प्रवेश को लेकर लगाई गई रोक के विरोध में सचिवालय के प्रेस रूम में पत्रकारों की बैठक संपन्न हुई । इसमें पत्रकारों से अपने मान-सम्मान की लड़ाई के लिए एक जुट होने का निर्णय लिया गया है ।

एनयूजे के राष्ट्रीय संगठन मंत्री प्रमोद गोस्वामी ने कहा कि जब तक हम लोग एक जुट होकर अपने अधिकारों के लिए आवाज़ बुलंद नहीं करेंगे, जिम्मेदारों को सुनाई नहीं पड़ेगा।

संरक्षक सुरेंद्र दुबे ने कहा कि एक वह समय था जब किसी पत्रकार साथी के साथ कोई घटना घटित होती थी तो, उसके विरोध में सभी साथी एक जुट होकर मुख्यमंत्री तक की प्रेस कॉन्फ्रेंस तक का विरोध करके बाहर निकल आते थे। यह हमारी एकजुटता का प्रमाण था।

प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सक्सेना ने कहा कि अपने निजी स्वार्थो के लिए ज़ब तक नेताओं और अफसरों के सामने झुकते रहेंगे हम और वजूद खतरे में पड़ता रहेगा। हमें एक दूसरे की बुराई करने से भी बाज आना चाहिए, तब हम लोग अपनी संगठित शक्ति की बदौलत अपने हक़ और अधिकारों की रक्षा कर सकेंगे।

एनयूजे के अजय कुमार, के बक्श सिंह, अतुल मोहन एवं प्रदेश कोषाध्यक्ष अनुपम चौहान ने कड़ा विरोध दर्ज करते हुए उपस्थित पत्रकारों से अपने मान-सम्मान की लड़ाई के लिए एक जुट होने का आह्वान किया।

अंत में विधानसभा अध्यक्ष को तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध खत्म करने के लिए ज्ञापन उनके कार्यालय में दिया गया। साथ कि अपेक्षा व्यक्त की कि इस पत्र का संज्ञान लेते हुए अब तक चली आ रही रही संसदीय परम्परा के अनुरूप पत्रकारों के सम्मान का ध्यान रखते हुए इस मामले में गंभीरता से विचार कर करते हुए पुनः पुरानी परम्परा को लागू होंगी।

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